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भिलाई स्टील प्लांट हादसा: जीएम सेफ्टी और ईएमडी निलंबित, केंद्रीय इस्पात मंत्री एवं सीएम ने की मृतकों के परिजनों से मुलाकात

भिलाई(ईन्यूज़ एमपी)- भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) हादसे में मरने वाले कुछ कर्मचारियों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो की है। ऐसे में अब उनके शवों का डीएनए टेस्ट कराया जा सकता है। इस संबंध में बीएसपी प्रबंधन और प्रशासन मिलकर अंतिम निर्णय लेंगे। अगर शवों का डीएनए टेस्ट होता है तो उनकी रिपोर्ट आने में 2 से 3 दिन का समय लगेगा। इसके बाद ही शव परिजनों को सौंपा जाएंगा। वहीं प्लांट के जीएम सेफ्टी और ईएमडी को निलंबित कर दिया गया है।

बीएसपी हादसे को लेकर केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बिरेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बुधवार को घायलों और मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे। साथ ही चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया। बीएसपी प्रबंधन, जिला प्रशासन से हादसे के बारे में जानकारी लेने के बाद सीईओ एम रवि को हटा दिया गया है। नए सीईओ की नियुक्ति देर शाम तक की जा सकती है। इसके साथ ही प्लांट के जीएम सेफ्टी टी. पांड्या राजा और एनर्जी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट (ईएमडी) इंचार्ज नवीन कुमार को निलंबित कर दिया गया है।

हादसे में मारे गए कर्मचारियों के परिजनों को 30 से 95 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। यह मुआवजा कर्मचारियों के पदों के अनुसार, उनके परिजनों को मिलेगा। हादसे में दो अधिकारियों, 4 फायर कर्मचारी सहित 11 लोग मारे गए हैं। वहीं केंद्रीय इस्पात मंत्री बिरेंद्र सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए मंत्रालय की कमेटी बनेगी।

इसके बाद मुख्यमंत्री कुछ देर घटना स्थल पर रुकने के बाद रायपुर के लिए लौट गए हैं। हालांकि केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी प्लांट का दौरा करेंगे। माना जा रहा है कि केंद्र की ओर से प्लांट में हुए हादसे की रिपोर्ट और जायजे के लिए कैबिनेट मंत्री का दौरा हाे रहा है। हादसे वाले दिन भी केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री विष्णुदेव साय दिल्ली से भिलाई पहुंचे और घटना का जायजा लिया था।

जानकारी के मुताबिक, बीएसपी में मंगलवार को हुए हादसे में मारे गए श्रमिकों के शव इतनी बुरी तरह से जले हुए थे कि उनकी पहचान करना तक मुश्किल हो रहा था। इस हादसे में दो अधिकारियों सहित 11 कर्मचारियों की मौत हो गई थी, जबकि 14 घायल हैं। इनमें भी 9 की हालत गंभीर बनी हुई है।

हादसे में मारे गए श्रमिकों की पहचान काफी मशक्कत के बाद हो सकी है। शवाें की स्थिति इतनी ज्यादा बुरी हो चुकी थी कि परिजन शिनाख्त तक नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में इन शवों की डीएनए जांच कराए जाने को लेकर चर्चा की जा रही है। हालांकि बीएसपी प्रबंधन का दावा है कि 10 शवों की पहचान हो चुकी है। सिर्फ एक ही शव की शिनाख्त को लेकर पेंच फंसा है।

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