enewsmp.com
Home सीधी दर्पण सीधी में राष्ट्रीय पोषण पखवाडा का आयोजन, गर्भवती,धात्री माताओ को दी गई पोषण की समझाइस....

सीधी में राष्ट्रीय पोषण पखवाडा का आयोजन, गर्भवती,धात्री माताओ को दी गई पोषण की समझाइस....

सीधी(ईन्यूज एमपी)-लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और भलाई के बारे में उनको जागरुक करने के लिये राष्ट्रीय पोषण अभियान चलाया जा रहा है। अच्छा दिखने और महसूस कराने के लिये पूरे विश्व को राष्ट्रीय पोषण अभियान के द्वारा शिक्षित किया जा रहा है। लोग अपने खाने की थाली और संतुलित आहार को लेकर लोग जागरुक हो, जिससे वो अच्छा पोषण प्राप्त कर सके, एक अच्छे स्वास्थ्य के लिये भरपूर अनाज, फल, हरी सब्जी, चिकनाई रहित दूध या दूध के उत्पाद, बादाम आदि खाना चाहिये। राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा का लक्ष्य एक स्वस्थ राष्ट्र बनाने का है जिसके लिये दूसरे अभियानों के साथ स्वीकृत प्रशिक्षण, समय से शिक्षा, सेमिनार, विभिन्न प्रतियोगिताएँ, रोड शो आदि के द्वारा समुदायों के लोगों के बीच पोषण संबंधी परंपरा की जागरुकता को फैलाने की जरुरत है।
इस अभियान में एक-दिनी प्रशिक्षण, स्वस्थ पदार्थों से पोषण युक्त भोजन को बनाना, गेंहूँ और सोयाबीन के पौष्टिक महत्व के बारे में लोगों को समझाना, विभिन्न प्रतियोगिताएँ, माताओं को पोषण संबंधि भाषण, सेमिनार और रोड शो आदि के द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है।
राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बेहत्तर स्वास्थ्य के लिए पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना हैं, क्योंकि पोषण का उत्पादकता, आर्थिक विकास तथा अंततरू राष्ट्रीय विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है।
स्वास्थ्य और कल्याण का केन्द्रीय बिन्दु पोषण है। यह आपको काम करने के लिए शक्ति और उर्जा प्रदान करता हैं तथा तन्दुरुस्त और अच्छा महसूस करने में भी सहायता करता हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, ष्पोषण का संबंध शरीर की आवश्यकतानुसार आहार के सेवन को माना जाता है। वर्तमान और सफल पीढ़ियों के लिए जीवन, स्वास्थ्य और विकास का मुख्य विषय पोषण है। कुपोषण को अपर्याप्त या असंतुलित आहार द्वारा खराब पोषण की स्थिति के रूप में परिभाषित किया गया है। यह विशेष रूप से विकासशील देशों में प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। कुपोषण का एक तिहाई से अधिक बच्चों की मृत्यु में योगदान देने का अनुमान है। सम्पूर्ण विश्व में तीन कुपोषित बच्चों में से एक बच्चा भारत में रहता हैं। कुपोषण का मनुष्य के स्वास्थ्य और विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप उत्पादकता में कमी और आर्थिक पिछड़ेपन की समस्या भी उत्पन्न होती हैं।
जैसा कि अक्सर यह कहा जाता है, कि ष्आप क्या खा सकते हैंष्। अच्छे स्वास्थ्य की आधारशिला नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ अच्छा पोषण है। स्वस्थ बच्चे बेहतर तरीकें से सीखते हैं। पर्याप्त पोषण का सेवन करने वाले व्यक्ति अधिक कार्य करते हैं। वहीं दूसरी ओर, खराब पोषण प्रतिरक्षा में कमी, बीमारी के जोखिम को बढ़ाने, शारीरिक और मानसिक विकास को क्षीण करने तथा कार्यक्षमता में कमी पैदा कर सकता हैं।
ष्अच्छा पोषण लोगों को स्वस्थ बनाता हैं तथा अंत में ष्यह स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण भी करता है,0-6 वर्ष तक के बच्चों,गर्भवती,धात्री,के स्वस्थ्य एवं पोषण स्तर में समय बद्धतरीके से सुधर एवं वृद्धि के लिए रास्ट्रीय पोषण मिशन का गठन किया गया है.
सीधी जिले की समस्त आगनवाडी केन्द्रों में कलेक्टर अभिषेक सिंह एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी अवधेश सिंह के निर्देशानुसार रास्ट्रीय पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है इसी क्रम में परियोजना सीधी1.के समस्त केन्द्रों में अज ग्राम स्वस्थ्य एवं पोषण दिवस का आयोजन किया गया.जिसमे गर्भवती,धात्री महिलाओ को पोषण के बारे में समझाइश दी गई.और क्या सावधानिया रखनी चाहिए गर्भावस्था के दौरान विडिओ और विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से बताया गया.उक्त समस्त गतिविधिया परियोजना अधिकारी डॉ एस.एन मिश्र के नेतृत्व में एवं मबबम समनवयक,स्निप समन्वयक,एवं समस्त सेक्टर पर्यवेक्षक की उपस्तिथि में कराइ जा रही है.

Share:

Leave a Comment