enewsmp.com
Home देश-दुनिया प्रियंका और वाड्रा के साथ अमेठी मे राहुल गांधी का रोड शाे शुरू, कुछ देर में पर्चा भरेंगे

प्रियंका और वाड्रा के साथ अमेठी मे राहुल गांधी का रोड शाे शुरू, कुछ देर में पर्चा भरेंगे

अमेठी(ईन्यूज एमपी)-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के लिए आज अमेठी में नामांकन दाखिल करने पहुंचे हैं। इससे पहले वे गौरीगंज इलाके में बहन प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के साथ दो किलोमीटर का रोड शो कर रहे हैं। वह चौथी बार यहां से पर्चा भरेंगे। इस दौरान सोनिया गांधी भी मौजूद रहेंगी। राहुल इस बार केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं। 4 अप्रैल को राहुल ने वहां से पर्चा भरा था। उस दौरान प्रियंका भी उनके साथ थीं।


रोड शो में कार्यकर्ता गरीबों को 72 हजार रुपए सालाना देने वाली कांग्रेस की 'न्याय योजना' के नीले रंग के झंडे लहरा रहे हैं। इन पर राहुल की तस्वीर है। पहली बार इस तरह के झंडे कांग्रेस के कार्यक्रम में नजर आए हैं। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी रोड शो में उनके साथ हैं। राहुल के नामांकन के चलते कलेक्ट्रेट को भी फूलों से सजाया गया है।

लखनऊ के फूलों की हुई बारिश

अमेठी में पांचवे चरण में 6 मई को मतदान होगा। यहां बुधवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई है। गांधी परिवार के स्वागत में गुलाब पंखुड़ियों की वर्षा की जा रही है। ये फूल लखनऊ से मंगवाए हैं।

11 अप्रैल को स्मृति भरेंगी नामाकंन
अमेठी में राहुल का मुकाबला इस बार फिर भाजपा की स्मृति ईरानी से है। ईरानी 11 अप्रैल को पर्चा भरेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। यहां बसपा-सपा गठबंधन ने अपना कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।

2004 में पहली बार राहुल बने सांसद

राहुल 2004 में पहली बार अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़े थे। तब उन्होंने बसपा के चंद्र प्रकाश मिश्रा को करीब तीन लाख वोटों से हराया था। 2009 के चुनाव में राहुल फिर जीते। इस बार जीत का आंकड़ा साढ़े तीन लाख पहुंच गया। 2014 में राहुल तीसरी बार इस सीट से सांसद चुने गए। तब उनका मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से ही था। लेकिन इस बार राहुल की जीत का अंतर घटकर एक लाख सात हजार वोट पर आ गया।

अमेठी से अब तक कांग्रेस 2 बार हारी
अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां अब तक 16 लोकसभा चुनाव और दो उप चुनाव हुए हैं। इनमें कांग्रेस 16 बार जीती। 1977 में यहां भारतीय लोकदल और 1998 में भाजपा ने चुनाव जीता था।

राहुल के चाचा-पिता और मां भी रहे अमेठी के सांसद
गांधी परिवार से जब-जब नए नेता आए वह अमेठी से ही लोकसभा पहुंचे। अमेठी में गांधी परिवार ने 1980 में दस्तक दी थी। तब संजय गांधी यहां कांग्रेस के टिकट से सांसद चुने गए। उनके निधन के बाद राजीव गांधी ने राजनीति में पदार्पण किया और 1981 से 1991 तक लगातार चार बार यहां से सांसद चुने गए।

1991 में राजीव के निधन के बाद कांग्रेस के सतीश शर्मा 1991 से 1998 तक यहां से सांसद चुने गए। 1998 से 1999 तक भाजपा के संजय सिंह यहां से लोकसभा गए। 1999 में जब सोनिया गांधी का राजनीति में पदार्पण हुआ तो वह भी चुनाव लड़ने अमेठी आईं। 1999 से 2004 तक वे यहां से सांसद रहीं। इसके बाद वह रायबरेली सीट से लगातार सांसद हैं। 2004 में राहुल ने राजनीति में कदम रखा और उन्होंने भी अमेठी को चुना।

Share:

Leave a Comment