सीधी (ईन्यूज एमपी)- सतना के रामनगर के समीप हरियारी जंगल में बाघ दिखने की खबर के बाद संजय टाईगर रिर्जव सीधी का अमला हरकत में आ गया है। संजय टाइगर रिर्जव के कर्मचारियों द्वारा रूटीन चेकिंग की जा रही है, हालाकि अब तक रिजर्व क्षेत्र से बाहर बाघ जाने की पुष्टि नही हुई है। विभाग विचरण कर रहे बाघ के वीडियांे और फोटो देखने के बाद कुछ कह पाने की स्थित में होगा। पन्ना नेशनल पार्क से पहले भी बाघों का पलायन हो चुका है। बता दें कि संजय टाईगर रिजर्व में विभागीय रिकार्ड में दर्ज बाघों की संख्या की बात करे तो दो वयस्क, चार मादा वयस्क बाघ, सात अवस्यक, आठ शावक दर्ज है। रिजर्व क्षेत्र का एरिया भी काफी बडा है। ऐसे में बाघ को रिजर्व क्षेत्र से निकलकर बाहर जाना कम ही संभव है। बाबजूद इसके रिजर्व क्षेत्र का अमला रूटीन कार्य कर रहा है। बारिश का मौसम होने के कारण बाघों को देखने में कठिनाई भी हो रही है। कालर आईटी वाले बाघों को आसानी से देखा जा सकता है लेकिन अन्य बाघों को देखने में समय के साथ कठिनाई भी होेती है। रिजर्व क्षेत्र से जुडे जानकारों की मानें तो हर रोज बाधों एक साथ देख पाना कठिन होता है। पिछले बर्ष पन्ना नेशलन पार्क से पी 0212 गोविंदगढ के जंगल में देखा गया था। विशेषज्ञों के अनुसार एक बार जिस रास्ते से बाघ गुजर जाता है, उस रास्ते से पीढी दर पीढी बाघों का पलायन होता रहता है। कह सकते हैं कि यह बाघ पन्ना नेशनल पार्क से निकलकर बाहर आ सकता है। बाबजूद इसके संजय टाइगर रिजर्व बाघ के वीडियों और फोटेा स्पष्ट देखने का इंतजार कर रहा है। बाघ केा लेकर विभाग के आला अधिकारी संजीदगी से काम पर जुटा है। विभाग बाघ को लेकर किसी तरह से लापरवाही नही दिखाना चाहता है। इनका कहना विभाग का रूटीन कार्य किया जा रहा है। सही वीडियों,फोटो मिलने के बाद कुछ कहा जा सकता है। बिसेंट रहीम क्षेत्र संचालक, संजय टाइगर रिजर्व सीधी।