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Home सीधी दर्पण वन अमले को मिली बड़ी कामयाबी,छंत्तीसगढ़ से गिरफ्तार हुआ भालुओं का हत्यारा.....

वन अमले को मिली बड़ी कामयाबी,छंत्तीसगढ़ से गिरफ्तार हुआ भालुओं का हत्यारा.....

सीधी (ईन्यूज एमपी )-- मामला संजय टाइगर रिजर्व सीधी के परिक्षेत्र वस्तुओं का है जहां बीट पनखोरा के जंगल में 30 अक्टूबर को 3 वन्य प्राणी भालू मृत पाए गए थे प्रथम दृष्टांत भालू की हत्या करंट लगने से आभास होने पर संजय टाइगर रिजर्व के खोजी कुत्तों की मदद ली गईं जो घटनास्थल से सीधी लवाही ग्राम निवासी रामसजीवन बैगा पिता रामलाल बैगा एवं रामकुमार यादव पिता मोहन यादव के घर पहुंचे जिस आधार पर इनके घर की तलाशी ली गई जिसके घर से जी आई तार के साथ लकड़ी की खूंटी मिली जिन्हें जप्त कर राम सजीवन बैगा एवं रामकुमार यादव को पूछताछ के लिए लवाही चौकी लाया गया पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया किंतु पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी भालुओ की मृत करंट लगने से बताई गई जिसके अनुसार पुनः 1 नवंबर को आरोपियों को पकड़कर बस्तुआ चौकी लाकर पूछताछ की गई आरोपियों द्वारा जुर्म कबूल करने पर 2 नवंबर 2019 को सिविल न्यायालय मझौली ले जाया जा रहा था तभी आरोपी वन रक्षकों को चकमा देकर घने जंगल का फायदा उठाते हुए भाग निकले काफी प्रयास के बाद जब आरोपियों को नहीं पकड़ा जा सका तो परीक्षेत्र अधिकारी वस्तुओं को जानकारी दी गई जहां परक्षेत्र अधिकारी वस्तुआ द्वारा वन अमले के साथ जंगल की घेराबंदी कर दी गई जब देर रात तक आरोप नहीं मिले तो 3 नवंबर को परिक्षेत्र अधिकारी बस्तूआ द्वारा एफ आई आर दर्ज करने की लिखित सूचना मझौली थाने में दी गई तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास जारी रखा गया जिसके लिए आरोपियों के रिश्तेदारी में खोजबीन की जाने लगी 8 नवंबर को पता चला कि आरोपी राम सजीवन बैगा की रिश्तेदारी छत्तीसगढ़ राज्य के जरडोल तहसील जनकपुर जिला कोरिया में है वहीं आरोपी छिपे हैं तब 8 नवंबर को रात्रि में ही परिक्षेत्र अधिकारी वस्तु मार्तंड सिंह मरावी द्वारा एक वन टीम गठित कर जिसमे वन रक्षक अजीत सिंह,विद्यासागर एंव सुरक्षा श्रमिक मानेंद्र सिंह शामिल किए गए आरोपियों को पकड़ने के लिए जरडोल भेजी गई । 9 नवम्बर 2019 को जनकपुर थाने के पुलिस बल की सहायता से आरोपी रामसजीवन बैगा के रिश्तेदार के घर दबिश दी गई पुलिस व वन विभाग की टीम को देखकर आरोपी घर से निकल कर भागने लगे जिन्हें काफी दूर दौड़ लगाकर वन अमले की टीम द्वारा मुख्य आरोपी को पकड़ा गया वही एक आरोपी भागने में सफल रहा इस दौरान आरोपी राम सजीवन बैगा द्वारा वन अमले की टीम पर पत्थर से हमला किया गया तथा दांत से काटा गया फिर भी टीम हिम्मत नहीं हारी और आरोपी को पकड़ कर 9 नवंबर 2019 को मझौली लाई ।वन अमले द्वारा पुनःआरोपी से पूछताछ की गई जिसमें उसने अपना जुर्म कबू ला तब आरोपी राम सजीवन बैगा पिता रामलाल बैगा निवासी लवाही का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर दर्ज वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 प्रकरण क्रमांक 581/2 दिनांक 30-10 -2019 की धारा 2(16) ख 9, 27, 29,50 एवं 51 के तहत 9 नवंबर 2019 को ही सिविल न्यायालय मझौली में पेश किया गया जिसे ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया वहीं दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वन अमले का प्रयास जारी है बता दें कि कुछ क्षेत्रीय लोगों द्वारा आरोपियों को बचाने का षडयंत्र रचा जा रहा था किंतु पूरी तरह नाकाम रहे यहां तक कि आरोपियों को बचाने के लिए उनके परिवार को लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री को आवेदन दिया गया था जिसकी जांच के लिए मंत्री द्वारा जेडी संजय टाइगर रिजर्व सीधी को लिखा गया था।

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