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हाथियों के बीच फसे डीएफओ,उड़नदस्ता टीम ने बचाई जान......

कोरबी(ईन्यूज एमपी)-वनमंडल कटघोरा के केंदई परिक्षेत्र में घूम रहे 45 हाथियों के दल के बीच दौरे पर गए प्रभारी डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय के साथ वन अमला शुक्रवार को दो घंटे तक घिरा रहा। ग्राम खुरूपारा पहुंचे हाथी सड़क के दोनों ओर घूमते रहे। दूसरा रास्ता नहीं होने से वन अमले को रुकना पड़ा। इसके बाद उड़नदस्ता टीम ने किसी तरह हाथियों को खदेड़ा तो डीएफओ समेत वन अमला लौटा। हाथियों के उत्पात को देखते हुए गांव के दो परिवारों को भी सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया।


कोरबी सर्किल में दो हाथियों की मौत के बाद दल इसी क्षेत्र में घूम रहा है। डीएफओ का प्रभार लेने के बाद जितेन्द्र उपाध्याय हाथी उत्पात की जानकारी लेने शुक्रवार दोपहर 2 बजे पहुंचे थे। वह कच्ची सड़क से जा रहे थे, लेकिन गांव पहुंच पाते। इसके पहले ही हाथियों से सामना हो गया। इसके बाद कुछ हाथी सड़क के दूसरे छोर में भी खड़े हो गए। जिसकी वजह से बाहर निकालने का रास्ता नहीं बचा था। काफी देर तक डीएफओ के साथ वन विभाग की टीम खड़ी रही। बाद में उड़नदस्ता की टीम ने हाथियों को खदेड़ा तो वे आगे बढ़े। इसके बाद शाम 4 बजे डीएफओ के साथ वन अमला लौटा।

ग्राम खुरूपारा में दो परिवार बस्ती से अलग रहते हैं। हाथी दो दिनों से आसपास ही घूम रहे थे। रामकुमार पिता सुखराम व रामचरण पिता भुवाल सिंह राजवाड़े के परिवार को उड़नदस्ता टीम ने घर से निकाला और गजराज वाहन में सुरक्षित ले गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी एके चौबे, कोरबी परिक्षेत्र प्रभारी महेन्द्र साहू, नागेन्द्र जायसवाल, अशोक श्रीवास ने ग्रामीणों के सहयोग से लोगों को सतर्क किया। ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के डर से रतजगा करना पड़ रहा है। गुरुवार को हाथियों ने पनगवां, सरमा में उत्पात मचाते हुए मकानों को तोड़ दिया था। साथ ही रोज रबी फसल को चौपट कर रहे हैं।

कोरबी सर्किल के पाली पंचायत में कुल्हरिया के पास 15 दिनों के भीतर दो हाथियों की मौत हो गई। एक हाथी पहाड़ी से गिर गया था। दूसरा हाथी बीमार होने की वजह से बैठा तो उठ ही नहीं पाया। समय पर इलाज नहीं होने के कारण हाथी की मौत हो गई। अभी इसकी जांच भी चल रही है। इसके बाद से 45 हाथी आसपास उत्पात मचा रहे हैं।

राजपुर |बहरादेव हाथी इन दिनों धंधापुर जंगल में माैजूद है अाैर कभी भी बस्तियों तक पहुंच जा रहा है। इसके बाद भी वनकर्मी व चौकीदार इसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं दे रहे हैं। बीती रात हाथी ने एक मकान को तोड़ दिया और एक झोपडी को उजाड़ दिया। गनीमत रही कि उस दौरान वहां कोई नहीं था। अन्यथा लोगों की जान भी जा सकती थी। जानकारी के अनुसार बहरादेव हाथी धंधापुर के जंगलों में विचरण कर रहा है। इस दौरान वह आसपास की बस्तियों में भी आए दिन पहुंच जाता है।

इसकी जानकारी होने के बाद भी वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ग्रामीणों को इसकी सूचना नहीं दे रहे हैं। इसका परिणाम है कि ग्रामीणों के हाथी के आने या जाने की जानकारी नहीं मिल पा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि हाथी ने कोरची राम पैकरा के मकान को बीती रात क्षतिग्रस्त कर दिया और उसका मलबा कमरे के अंदर जा गिरा। गनीमत रही कि उस समय कमरे में कोई मौजूद नहीं था। वहां रहने वाले मजदूर नया साल मनाने के लिए अपने गांव गए हुए थे। इलाके में हाथी की मौजूदगी होने के बाद भी वन विभाग के गजराज वाहन का उपयोग नहीं हाे रहा है। वहीं वनकर्मी भी अपनी बीट में नहीं रहते हैं।

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