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Home सीधी दर्पण सीधी जिले में फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार , स्वास्थ्य विभाग ने नीम हकीमों का बांटे सीगट जैसे पट्टे ,, कलेक्टर से न्याय की गुहार .....

सीधी जिले में फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार , स्वास्थ्य विभाग ने नीम हकीमों का बांटे सीगट जैसे पट्टे ,, कलेक्टर से न्याय की गुहार .....

सीधी ( ईन्यूज एमपी) सीधी जिले मे मौत की रेवड़ी बाटने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की अब खैर नही, सीधी शहर सहित रामपुरनैकिन , चुरहट , सेमरिया , हनुमानगढ़ , बढौरा , चौफाल , ताला , मझौली , मड़वास , टिकरी , टमसार , कुशमी , भुइमाढ , कुचवाही , कुबरी , बहरी , अमिलिया , सिहावल के अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में फर्जी झोलाछाप डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से फलफूल रहे हैं ।

बतादें कि जिले में अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर लोगों को स्वास्थ्य के नाम पर मौत बॉटने वाले तथा कथित चिकित्सकों के विरूद्ध प्रशासन का चाबुक चलना शुरू हो गया है, रविवार की शाम जिला मुख्यालय मे तो सोमवार की दोपहर रामपुर नैकिन मे औचक निरीक्षण कर उचित विधिक कार्यवाही का रूख अपनाते हुए उनकी अवैध क्लीनिक को सीज किया गया है।सीधी जिले के कोनेकोने में झोला छाप चिकित्सकों की भरमार बनी हुई है हर मर्ज की दवा इन क्लीनिकों मे कि जाती है जिसके कारण मरीजों की जान जा रही है । और तो और इन क्लीनिक संचालको ने हद तो तब कर दी जब कोरोना प्रभावित मरीज का भी उपचार करना शुरू कर दिये। इस तरह का वाक्या ग्रामीण इलाको मे नहीं जिला मुख्यालय मे देखने को मिला जहाँ योग क्लीनिक के नाम से संचालित दवा केन्द्र के चिकित्सक ने कोरोना प्रभावित मरीज का उपचार करके रूपए ऐंठना शुरू कर दिया था। जन चर्चा के अनुसार उपचाररत मरीज की जब हालत बिगड़ गयी तो उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया तब प्रशासन की नींद खुली और लालता चौक मे संचालित इस क्लीनिक पर छापा मार कार्यवाही कर क्लीनिक मे रखे उपकरण वा दवाईयाँ जप्त कर कार्यवाही की गयी है। हालाकि स्वास्थ्य महकमे के मुखिया ने किसी प्रकार की कार्यवाही से इंकार किया है लेकिन राजस्व अधिकारियों ने कार्यवाही की पुष्टि करते हुए धारा 188 के तहत कार्यवाही करना बताया है।


स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार लोगों द्वारा इन नीम हकीमों को क्लीनिक संचालित करने का दिये गये सीगट जैसे पट्टे पर भी " बू " आ रही है , क्लीनिक संचालन के तमाम नियम कायदों को दरकिनार कर धडल्ले से क्लीनिक संचालन कर रहे सीधी शहर सहित आंचलिक क्षेत्रों के इन नीम हकीमों पर शिकंजा कसने की आवश्यकता महसूस की जा रही है आगे देखना होगा कि जिला प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है ।

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