इंदौर (ईन्यूज एमपी)कोरोना संक्रमण की तेज गति और बिगड़ते हालात को देखते हुए कोरोना कर्फ्यू को प्रशासन ने जनता कर्फ्यू में बदल दिया है। बुधवार सुबह से ही शहर में सख्ती शुरू हो गई है। जगह-जगह बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है और बेवजह बाहर निकलने वालों को रोका जा रहा है और सिटी बस में बैठाकर अस्थाई जेल भेजा जा रहा है।। यह जनता कर्फ्यू 30 अप्रैल तक केवल शहरी क्षेत्र में नहीं, बल्कि पूरे जिले में रहेगा। इस दौरान प्रशासन ने कई पाबंदियां बढ़ा दी हैं। कोरोना कर्फ्यू के दौरान कुछ गतिविधियों को प्रशासन ने छूट दी थी, लेकिन व्यवसायियों और दुकानदारों ने इसका नाजायज फायदा उठाया। इसको देखते हुए सारी छूट वापस लेकर प्रशासन अधिक सख्त हो गया है। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने धारा-144 के तहत आदेश जारी किए हैं। आदेश के तहत अब सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह बंद कर दिया है। शहर में चल रही निर्माण गतिविधियों पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किराना और दूध की दुकानों को खोलने की काफी छूट दी थी, लेकिन अब इनका भी समय घटा दिया गया है। शराब की दुकानें भी बंद रहेंगी। हाईवे के सभी पेट्रोल पंप चालू रहेंगे, लेकिन शहर के अंदर चिह्नित पंप ही चल सकेंगे। चार्टर्ड अकाउंटेंट और टैक्स कंसल्टेंट के कार्यालय भी बंद करने के आदेश किए गए हैं।