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व्यायाम और खेलकूद स्वस्थ्य जीवन शैली के मूलाधार हैं

व्यायाम और खेलकूद स्वस्थ्य जीवन शैली के मूलाधार हैं। शारीरिक श्रम करने से एक ओर जहां हमारे मसल्स मजबूत होते हैं, वहीं दूसरी ओर दिल (हृदय) भी स्वस्थ और मजबूत बना रहता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी नहीं कि हम किसी एथलीट की तरह कोई खास एक्सरसाइज करें। यदि आप दोस्तों के साथ बातचीत करते हुए रोज आधे घंटे टहलते हैं तो भी बहुत बड़ा फर्क देख सकते हैं।


अच्छा होगा कि आप कोई भी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या हेल्थ कंसल्टेंट से संपर्क जरूर करें। दिल को मजबूत रखने के लिए नीचे दी गई पांच बेस्ट एक्सरसाइज कर सकते हैं:

एरोबिक्स: एक स्वस्थ दिल के लिए, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सप्ताह में कम-से-कम एक दिन 30 मिनट तक एरोबिक एक्सरसाइज करें। जॉगिंग करना, दौड़ना, साइकिल चलाना आदि एरोबिक एक्सरसाइज में शामिल है।

सीढ़ी चढ़ना: यह ऐसी गतिविधि है जिसे घर पर या अपने वर्कप्लेस (कार्यस्थल) दोनों जगह किया जा सकता है। यह भी एक तरह की एरोबिक एक्सरसाइज ही है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी एरोबिक एक्सरसाइज से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए आपके दिल की धड़कन (हार्टबीट) को सामान्य से अधिक 50 और 85 फीसदी तक बढ़ा सकते हैं।

ताई ची: गहरी सांस, एकाग्रता और लयबद्ध शारीरिक गतिविधियों के जरिये ताई ची का अहम हिस्सा हैं। ताई ची तनाव कम करने और दिल को मजबूत बनाने के लिये कारगर नुस्खा है।

डांसिंगः दिल को मजबूत रखने के लिये डांसिंग सबसे अच्छी और रोचक एक्सरसाइज है। जो लोग कार्डियावेस्कुलर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनके लिये ये सबसे बेहतरीन एक्सरसाइज है। हालांकि ये आप पर निर्भर है कि इसका कितना अभ्यास करना है। प्रति मिनट 120 से 135 बीट को अच्छी एरोबिक बीट माना जाता है।

स्ट्रेचिंगः स्ट्रेचिंग आपके एक्सरसाइज चार्ट का एक निश्चित हिस्सा होना चाहिये। कई लोगों के लिये बेहद मुश्किल हो सकता है, लेकिन सप्ताह में कम से कम दो बार इसे करने से धीरे-धीरे आपको इसका अभ्यास हो जाता है। हालांकि स्ट्रेचिंग करते वक्त आपको बेहद सतर्क रहना होगा और यदि किसी शारीरिक समस्याओं के चलते ज्यादा दर्द हो तो स्ट्रेचिंग करने से बचना चाहिये।

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