भोपाल (ईन्यूज़ एमपी): मध्यप्रदेश में मानसून ने अब कहर ढाना शुरू कर दिया है। बीते 48 घंटों से जारी भारी बारिश के चलते प्रदेश के 18 से अधिक जिलों में हालात रेड अलर्ट की ओर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। नीमच, मंदसौर, रतलाम और बालाघाट जैसे ज़िलों में बाढ़ जैसे दृश्य बन चुके हैं, वहीं सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी और मंडला में अगले 24 घंटे भारी बताए जा रहे हैं। राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। घरों में पानी घुस गया है, सड़कें लबालब हैं, और जन-परिवहन पूरी तरह बाधित हो चुका है। ग्रामीण अंचलों में खेतों और रास्तों पर बहाव के कारण स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं, जबकि कई सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति नाममात्र रही। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत अन्य जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के ऊपर बना मानसूनी टर्फ और बंगाल की खाड़ी से उठे साइक्लोनिक सिस्टम ने बारिश की तीव्रता को और बढ़ा दिया है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है, और आपदा प्रबंधन दलों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जा रहा है। जिलाधिकारियों को लगातार निगरानी और त्वरित राहत कार्यों के निर्देश दिए गए हैं। यदि बारिश इसी तरह जारी रही, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी विकराल हो सकती है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और सतर्कता बरतें।