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आज का पंचॉग देखें आचार्य प्रभाकर प्रसाद मिश्र जी के साथ |
धॄति: क्षमा दमोऽस्तेयं, शौचमिन्द्रियनिग्रह: l
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो , दशकं धर्मलक्षणम्. ll
भावार्थ - धर्म के दस लक्षण हैं - धैर्य, क्षमा, आत्म-नियंत्रण, चोरी न करना, पवित्रता, इन्द्रिय-संयम, बुद्धि, विद्या, सत्य और क्रोध न करना। इन समस्त लक्षणों से युक्त व्यक्ति ह |
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