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Home कालचक्र अप्रैल के इस दिन रवि योग में सीतला सप्तमी, सुख-समृद्धि की कामना से होगी पूजा,बीमारियों का होगा नाश..

अप्रैल के इस दिन रवि योग में सीतला सप्तमी, सुख-समृद्धि की कामना से होगी पूजा,बीमारियों का होगा नाश..

(ईन्यूज एमपी)- चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर 1 अप्रैल को सीतला सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा। महिलाएं सुख- सौभाग्य व आरोग्यता की कामना से सीतला माता का पूजन करेंगी। मान्यता है सीतला माता के पूजन से संक्रमणजनित व्याधियों का नाश होता है। इसलिए शीत व ग्रीषम ऋतु के संधिकाल में सीतला पूजन की परंपरा है।

सीतला सप्तमी से जुड़ी अलग-अगल कथाओं में सीतला माता को ज्वर, जरा व व्याधियों से मुक्ति दिलाने वाली देवी माना गया है। सोमवार के दिन इनके पूजन का विशेष महत्व है। संयोग से इस बार 1 अप्रैल के दिन सीतला सप्तमी पर सोमवार का दिन रहेगा।

सीतला माता की पूजा ठंडे समय अर्थात सुबह के समय की जाती है। इसी मान्यता के चलते महिलाएं रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि से पूजन की शुरुआत करेंगी। सीतला सप्तमी पर देवी को भोग के रूप में ठंडा भोजन अर्पित किया जाता है। पूजन के बाद श्रद्धालु भी ठंडा भोजन ग्रहण करते हैं। इस दिन घरों में चूल्हा नहीं जलता है।
ऋतु परिवर्तन के समय शारीरिक संतुलन की दृष्टिकोण से भी एक दिन पहले बना ठंडा भोजन देवी को अर्पण कर प्रसाद रूप में ग्रहण करने की मान्यता है।
ऐसा कहा जाता है कि यह करने से माता की कृपा प्राप्त होती है, बच्चों को शीत जनित रोग नहीं सताते और वही ठंडा भोजन प्राप्त करने से रेजिस्टेंस पावर बढ़ता है। इससे वसंत ऋतु के साथ-साथ ग्रीष्म ऋतु का स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव रहे इसका निर्धारण होता है। आयुर्वेद इस संबंध में अलग-अलग प्रकार के विचार व्यक्त करता है।


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