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Home सीधी दर्पण सीधी : लक्ष्मी वाहक उल्लू की मौत कबूतर सहित कौआ का हुआ अंतिम संस्कार , नही आई भोपाल की रिपोर्ट ....

सीधी : लक्ष्मी वाहक उल्लू की मौत कबूतर सहित कौआ का हुआ अंतिम संस्कार , नही आई भोपाल की रिपोर्ट ....

सीधी (ईन्यूज एमपी) जिले में बर्ड फ्लू को लेकर दिन प्रतिदिन हलचल तेज हो रही है प्रशासन दिन प्रतिदिन चिंतित दिखाई दे रहा है क्योंकि देश अभी करोना जैसी महामारी से उभर नहीं पाया बर्ड फ्लू ने जिले में ऐसी दस्तक दे दी कि लोगों की नींद हराम हो गई सीधी जिले में आखिर बर्ड फ्लू के पर्याप्त संकेत मिल चुके हैं ।

बतादें कि विशुनीटोला में मृत मिले कौओं की चिंगारी बुझी नही कि दूसरे मझौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10 में एक कौआ जिसके साथ लक्ष्मी जी का वाहन, उल्लू मृत मिलने से नगर में अफरा तफरी मच गई सीधी जिले के दूर की बात नहीं बल्कि अब सीधी वार्ड नंबर 23 में एक कबूतर मृत मिल जाने पर बार्ड के लोगो में सनसनी फ़ैल गई। हालांकि मामले को तत्काल पशुपालन विभाग के अधिकारी संज्ञान में लेते हुए सभी को दफना दिया गया और पूरे क्षेत्र को जहां मृत कौआ, कबूतर एवं उल्लू मृत पाए गए उस पूरे क्षेत्र को सेनेट्राइज किया गया ।

आपको बता दें सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार आज अब कोरोना से ज्यादा घातक बर्ड फ्लू साबित हो रहा है क्योंकि बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों की संख्या 64% फीसदी से ज्यादा पहुंच गई है जबकि भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4%प्रतिसत ही है हालांकि यह बीमारी अब मध्य प्रदेश के सीधी जिले में भी प्रवेश कर चुकी है लेकिन अभी इसकी पुष्टि कर पाना मुश्किल है क्योंकि जाहिर सी बात है कि इस बर्ड फ्लू की चपेट में आए हुए पक्षी अचानक मृत पड़े दिखाई दे रहे हैं ऐसा कभी -कभी देखने को मिलता था।पक्षी मृत पड़े हैं लेकिन अनजान पक्षी जो अपना दुख दर्द किसी को नहीं बाट पाते उनके ऊपर भी संकट आ गया है यदि शासन प्रशासन के द्वारा लाख प्रयास किया जाए तो उड़ते हुए प्रवासी पक्षियों को बर्ड फ्लू जैसी बीमारी का टीकाकरण कैसे किया जाएगा आने वाले समय में पक्षियों के लिए यह खतरनाक बीमारी साबित हो सकती है।

बिलुप्त पक्षी उल्लू जो हमारी धार्मिक परंपरा में लक्ष्मी जी का बाहन माना जाता है लेकिन जब उल्लू की मौत की खबर लगते ही अलग माहौल सा बन जाता है क्यों की उल्लू हमेशा रात में निकलता है दिन में कभी दिखाई नहीं देता लेकिन यह एक ऐसी वायरस की बीमारी है जो सभी पक्षियों को चपेट में ले रही है यदि इसका उपचार जल्दी नहीं ढूंढा गया तो हमारी प्रकृति की सुंदरता बढ़ाने वाले पक्षी विलुप्त हो जाएंगे।साथ ही मानव जीवन के लिए इस बीमारी से मरने वाले पक्षी खतरा साबित होंगे ही साथ-साथ प्रकृति संतुलन बिगड़ जाएगा। अब इस बीमारी को लेकर बिजली विभाग बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर काफी परेशान नजर आ रहा है।

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