रीवा(ईन्यूज़ एमपी): पंचायत कार्यों के बिल पास कराने के नाम पर 1.42 लाख रुपए की रिश्वत मांगने वाला सब इंजीनियर लोकायुक्त के जाल में फंस गया। रायपुर कर्चुलियान जनपद के सब इंजीनियर अनुराग पांडे को आज बुधवार को लोकायुक्त की टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। इस कार्रवाई ने सरकारी विभागों में चल रही भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर कर दिया है। 5.30 लाख के बिल पर मांगी 1.42 लाख की रिश्वत: जानकारी के मुताबिक, करौदी गांव के सरपंच द्वारा स्टॉप डैम समेत अन्य विकास कार्य कराए गए थे, जिनका कुल बिल 5.30 लाख रुपए था। सब इंजीनियर अनुराग पांडे ने इन कार्यों के कंप्लीशन सर्टिफिकेट (सीसी) देने और बिल पास करने के एवज में 1.42 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। सरपंच पति सुशील कुमार पटेल ने कई बार निवेदन किया, लेकिन सब इंजीनियर अपनी डिमांड से पीछे नहीं हटा। मजबूर होकर सरपंच पति ने रीवा लोकायुक्त कार्यालय में इसकी शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान शिकायत सही पाई गई। लोकायुक्त डीएसपी प्रमेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को सब इंजीनियर को रीवा के अमहिया इलाके में 20 हजार रुपए की पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। लोकायुक्त टीम ने रिश्वत की रकम जब्त कर आरोपी को तत्काल हिरासत में ले लिया। इस घटना ने पंचायतों और सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार का एक और चौंकाने वाला मामला उजागर किया है। लोकायुक्त की इस सख्त कार्रवाई से सरकारी अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। लोकायुक्त के डीएसपी ने कहा, "हमने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच जारी है, और अन्य संदिग्ध लेनदेन की भी पड़ताल की जाएगी।"