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Home मध्य प्रदेश संबल योजना बनी श्रमिकों का संबल: 7,953 परिवारों को 175 करोड़ की अनुग्रह राशि

संबल योजना बनी श्रमिकों का संबल: 7,953 परिवारों को 175 करोड़ की अनुग्रह राशि

संबल योजना बनी श्रमिकों का संबल: 7,953 परिवारों को 175 करोड़ की अनुग्रह राशि

भोपाल।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को मंत्रालय से ‘मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) योजना’ के तहत 7,953 श्रमिक परिवारों को ₹175 करोड़ की अनुग्रह सहायता राशि का सिंगल क्लिक से अंतरण किया। उन्होंने कहा कि संबल योजना सिर्फ आर्थिक सहयोग ही नहीं, बल्कि असंगठित क्षेत्र के लाखों श्रमिकों के जीवन में एक बड़ा सहारा है।

डॉ. यादव ने कहा कि हमारी संस्कृति में ‘परहित सरिस धर्म नहिं भाई’ का भाव संबल योजना के माध्यम से साकार हो रहा है। प्रदेश में 1 करोड़ 77 लाख से अधिक श्रमिक इस योजना में पंजीकृत हैं और पंजीयन की प्रक्रिया लगातार जारी है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2018 से अब तक संबल योजना में 7 लाख 60 हजार 886 प्रकरणों में 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है। पत्थर तोड़ने वाले, ईंट-भट्ठों पर कार्यरत मजदूर, तेंदूपत्ता संग्राहक, घरेलू सहायिकाओं के साथ अब गिग एवं प्लेटफार्म श्रमिकों को भी इस योजना में शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा कि श्रमिकों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार में मदद के लिए ‘श्रीपहल’ को भी मंजूरी प्रदान की गई है। इसके जरिए श्रमिकों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास किया जाएगा।

मृत्यु और दुर्घटना पर विशेष प्रावधान
योजना में पंजीकृत श्रमिकों को दुर्घटना की स्थिति में 1 से 2 लाख रुपये तक की सहायता, मृत्यु पर 2 से 4 लाख रुपये और अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपये की अंत्येष्टि सहायता राशि उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही आयुष्मान भारत निरामय योजना के तहत 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा भी दी जाती है।

कम समय में हितलाभ उपलब्ध कराने का प्रयास
पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि यह पांचवीं बार है जब सिंगल क्लिक के जरिए राशि सीधे खातों में अंतरित की गई। 28 दिसंबर 2024 तक के सभी प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में दुर्घटना या मृत्यु जैसी स्थिति में प्रभावित परिवारों को कम से कम समय में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री श्री प्रहलाद पटेल, सचिव श्री रघुराज राजेन्द्रन एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम से सभी जिले वर्चुअल माध्यम से जुड़े।

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