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मध्य प्रदेश में फिर बनेगी कांग्रेस की सरकार.... कमलेश्वर पटेल

सीधी (ईन्यूज एमपी)- पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने आज मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी और मंत्रिमंडल विस्तार के बाद वर्तमान हालात बदल जाएंगे उन्होंने चर्चा के दौरान केंद्र सरकार व लॉक डाउन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वर्तमान में हर वर्ग परेशान हैं चाहे वह मजदूर हो, व्यवसाई हो, पत्रकार हो या फिर वकील हो ।

बता दें कि सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि विगत 6 वर्षों से केंद्र में बीजेपी की सरकार है लेकिन भाजपा हर बात का जिम्मेदार या तो कांग्रेस को ठहरा ती है या फिर मुद्दा ही बदल देती है,पूर्व मंत्री ने कहा कि छल कपट व असंवैधानिक तरीके से बीजेपी ने मध्य प्रदेश में सत्ता तो हथिया ली लेकिन जल्द ही प्रदेश में पुनः कांग्रेस की सरकार बनेगी और वर्तमान बीजेपी सरकार ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी।पूर्व मंत्री ने दावा किया है कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद प्रदेश की स्थिति कुछ और होगी और आगामी उपचुनाव में 24 की 24 सीटें कांग्रेस के खाते में आएंगे क्यूंकि जिन जगहों पर चुनाव होना है वहां जनता ने कांग्रेस पार्टी को वोट किया था ना कि किसी व्यक्ति विशेष को मंत्री कमलेश्वर पटेल ने वर्तमान परिस्थितियों पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस समय हर कोई परेशान है व आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, फिर चाहे वो मजदूर हो, किसान हो, व्यवसाई हो, पत्रकार हो या फिर वकील हो और यही हालात अगर रहे तो जल्द ही स्थिति कुछ और होगी।

मंत्री कमलेश्वर पटेल ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि विगत 6 वर्षों से केंद्र में बीजेपी का शासन है फिर भी बीजेपी द्वारा अपने वादों को पूरा नहीं किया गया है देश में बेरोजगारी आर्थिक मंदी तेजी से बढ़ी है साथ साथ महंगाई भी तीव्र गति से आगे बढ़ी है, उन्होंने देश के वर्तमान हालातों की ओर इंगित करते हुए कहा कि एक ओर देश महामारी से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी ओर पड़ोसी देश भी आंखें दिखा रहे हैं।वर्तमान सरकार द्वारा ठोस कदम ना उठाने के कारण यह हालात निर्मित हुए हैं। पूर्व मंत्री ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि इनके द्वारा केवल नारे दिए जाते हैं और फिर एक के बाद दूसरे नए नारे बनाए जाते हैं, वादे किए जाते हैं फिर वादों को भूल कर नए वादे ले आए जाते हैं पुरानी बातों व पुराने वादों पर अमल नहीं करते हैं और महज कागजों में उनके सभी वादे पूरे होते हैं।

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