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Home विंध्य प्रदेश बड़ी खबर:बाणसागर बांध के 7 गेट खुले! रीवा-शहडोल संभाग में खतरे की घंटी, सीधी की सोन नदी पर भी संकट के बादल

बड़ी खबर:बाणसागर बांध के 7 गेट खुले! रीवा-शहडोल संभाग में खतरे की घंटी, सीधी की सोन नदी पर भी संकट के बादल

रीवा/शहडोल/सीधी (ईन्यूज़ एमपी): पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा और शहडोल संभाग में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब भारी जल संकट और बाढ़ खतरे का रूप लेती जा रही है। बाणसागर बांध का जलस्तर 339.70 मीटर पर पहुंचते ही आज 12 जुलाई 2025 को दोपहर 1 बजे प्रशासन ने बांध के 7 रेडियल गेट 2 मीटर तक खोल दिए, जिससे कुल 2660 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है।

बांध की अधिकतम जल भराव क्षमता 341.65 मीटर है और वर्तमान में जल की आवक 3193 क्यूमेक्स मापी गई है। यह स्थिति किसी भी वक्त नीचे बहने वाली नदियों और जलाशयों को संकट में डाल सकती है।

शहडोल में उफान, रीवा में अलर्ट और सीधी की सोन नदी खतरे की ओर:
शहडोल जिले में बीते एक सप्ताह से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। नदी-नाले उफान पर हैं, और कई ग्रामीण इलाकों में जलभराव व सड़क संपर्क टूटने की स्थिति बन चुकी है।

वहीं सीधी जिले से गुजारने वाली ‘सोन नदी’ का जलस्तर भी अचानक तेज़ी से बढ़ा है। बाणसागर डैम से छोड़े गए पानी का सीधा प्रभाव सोन नदी के बहाव और उसके किनारे बसे ग्रामों पर पड़ने की आशंका है। प्रशासन ने ग्राम पंचायतों और आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया है।

बांध से छोड़ा गया पानी कहां पहुंचेगा?
बाणसागर डैम से निकला पानी सोन, बिहड़ और टमस जैसी नदियों के बहाव को प्रभावित करता है। यह पानी सीधी, सतना, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिलों की निचली बस्तियों तक पहुंच सकता है।

प्रशासन हाई अलर्ट पर, लोगों से की गई अपील:
मुख्य अभियंता गंगा कछार के निर्देश पर बाणसागर की निगरानी की जा रही है। साथ ही, रीवा और शहडोल संभागों के सभी कलेक्टर, एसडीएम, पुलिस और राजस्व अधिकारी सक्रिय मोड पर हैं।
लोगों से नदी किनारे न जाने, पुल-पुलियों पर ठहराव से बचने और किसी भी आपात सूचना के लिए प्रशासन से तुरंत संपर्क करने की अपील की गई है।

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