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Home सीधी दर्पण *दूसरे दिन भी जारी है हाथियों का ताण्डव, एक घर और पेट्रोलिंग कैम्प को बनाया निशाना......

*दूसरे दिन भी जारी है हाथियों का ताण्डव, एक घर और पेट्रोलिंग कैम्प को बनाया निशाना......

पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):- आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुशमी अन्तर्गत संजय टाईगर रिजर्व में पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर आये हाथियों के झुंड ने दूसरे दिन रविवार की दरम्यानी रात को भी एक आदिवासी के कच्चे खपरैल मकान और वन विभाग के पेट्रोलिंग कैम्प को निशाना बनाते हुए छति पहुंचाया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक हाथियों के झुंड द्वारा ग्राम पंचायत गाजर के तिनगी गांव में उत्पात मचाया गया। इस दौरान गयादीन सिंह गोंड पिता दशरथ सिंह गोंड उम्र 50 वर्ष के कच्चे खपरैल मकान की दीवारों को ध्वस्त करते हुए घर में रखा अनाज धान और चावल का गए। जबकि घर में मौजूद लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। इतना ही नहीं हाथियों के झुंड के द्वारा संजय टाईगर रिजर्व के पकवार पेट्रोलिंग कैम्प पर भी हमला करते हुए कैम्प की दीवारों को धरासाई कर दिये। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है। इसके पहले भी इन्ही हाथियों के झुंड द्वारा बूढनडोल, डोमारपाठ, खोलीपहरी आदि पेट्रोलिंग कैम्पो को ध्वस्त कर पानी, बिजली की सुविधा ठप्प कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि हमला करने के बाद ग्रामीणों द्वारा शोर शराबा करने के बाद हाथियों का दल डोमारपाठ के जंगलों की तरफ चला गया है। लगातार दूसरे दिन भी हाथियों के झुंड के द्वारा गांव में हमला करने से आस पास के गांव के लोगों में काफी दहशत का माहौल देखा जा रहा है।

विस्थापित हो चुका है तिनगी:- बताया जा रहा है कि संजय टाईगर रिजर्व एरिया में आने के कारण ग्राम पंचायत गाजर का तिनगी गांव विस्थापित हो चुका है। विभागीय सूत्रों की मानें तो तकरीबन सैकड़ा भर माकान इस गांव में थे। जिसमें तकरीबन 70 घर की आबादी उजड़ चुकी है। जबकि लगभग डेढ़ दर्जन घर अभी बने हुए हैं और ग्रामीण निवासरत हैं। जबकि बताया जा रहा है कि सभी ग्रामीणों द्वारा 10 लाख का पैकेज भी ले लिया गया है। लेकिन अभी भी गांव छोड़ने को तैयार नहीं है। जबकि इस गांव से 10 किलोमीटर की दूरी पर चारों तरफ कोई गांव नहीं है।

दहशत में वन सुरक्षाकर्मी:- संजय टाईगर रिजर्व एरिया अन्तर्गत बनाये गये पेट्रोलिंग कैम्पों में तैनात वन सुरक्षा समिति के सदस्य काफी दहशत में हैं। बताया जा रहा है कि हाथियों का झुंड सबसे ज्यादा पेट्रोलिंग कैम्प को ही निशाना गया है। जिसके कारण कैम्पों लगाये गये शोलर पैनल, ट्यूबबेल आदि ध्वस्त हो चुके हैं। जिससे रात में दहशत के बीच पेट्रोलिंग का काम करना पड़ता है। और हाथियों के आस पास आने पर छत में चढ़कर रात गुजारने को मजबूर हो जाते हैं। देखा जा रहा है कि संजय टाईगर रिजर्व एरिया हाथियों को रास आ रही है और यही कारण है कि विगत तीन वर्षों से लगातार हाथियों का झुंड इस जंगल में आ रहा है। इतना ही नहीं यह झुण्ड तकरीबन पांच माह से जंगल में डेरा जमाये हुए हैं। अभी तक इस झुण्ड का गांव की तरफ पलायन नहीं हुआ था। लेकिन जानकारों की मानें तो शादी विवाह के कारण पकवानों की खुशबू से हाथियों का रुख गांव की ओर हो रहा है। 

         तिनगी गांव में एक आदिवासी परिवार का घर हाथियों ने ध्वस्व कर दिया है। अनाज भी खा गए हैं। परिवार विस्थापित हो चुका है। पैकेज की राशि भी ले चुका है। लेकिन निवास अभी भी उसी गांव में करता है। इसलिए पीड़ित परिवार को रहने की व्यवस्था खाली पड़े स्कूल में कर दी गई है। नियमानुसार छति पूर्ति की कार्यवाही की जायेगी।

              कविता रावत, परिक्षेत्र अधिकारी

                 संजय टाईगर रिजर्व, पोंडी

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