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Home सीधी दर्पण हाथियों से बचने, चलाया जा रहा है, जागरूकता अभियान*

हाथियों से बचने, चलाया जा रहा है, जागरूकता अभियान*

पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):- संजय टाईगर रिजर्व एरिया अन्तर्गत वन परिक्षेत्र पोंडी के ग्राम पंचायत खैरी में बीते सोमवार को छत्तीसगढ़ के जंगलों से आए हाथियों के झुंड ने एक ही यादव परिवार के तीन सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया था। जिसमें दो मासूम सगे भाई थे। हाथियों के झुंड द्वारा किए गए तीन मौतों के बाद प्रशासन हरकत में दिखाई दे रहा है। जहां जनपद सीईओ एस एन दुबे के द्वारा गांवों में हाथियों के मूवमेंट की जानकारी के लिहाज से एलाउंस के लिए लाउडस्पीकर बंधवाए गए हैं, तथा डोल नगाड़े की व्यवस्था का आर्डर भी जबलपुर दिया जा चुका है। वहीं संजय टाईगर रिजर्व के आला अधिकारियों के द्वारा " लास्ट बिल्डर्स फाउंडेशन संस्था" के द्वारा हाथियों से प्रभावित ग्रामों में जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत संस्था के सदस्यों के द्वारा हाथियों के गांव में प्रवेश करने की स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इन सब बातों की जानकारी हर गांव में शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को दी जा रही है। इसी तारतम्य में गत दिवस कुशमी जनपद के ग्राम पंचायत लुरघुटी में " लास्ट बिल्डर्स फाउंडेशन संस्था" के फील्ड क्वडिनेटर पुष्पेन्द्र नाथ द्विवेदी द्वारा उपस्थित ग्रामीणों के समक्ष बताया गया कि जंगलों के किनारे बसे हुए लोग मिर्ची की खेती करें और घर में भी मिर्ची रखें। बताया कि जब भी हाथियों का पलायन गांव की ओर हो तब आग में मिर्ची डालिए उसके सुगंध से हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश नहीं करेगा बल्कि  जंगलों की तरफ भाग जाएगा। इसी तरह घरों के बाहर अधिक प्रकाश वाला बल्ब जलाएं जिसके प्रकाश से भी हाथी गांव में प्रवेश नहीं करेगा। आग जलाने का असर भालू आदि जानवरों को पड़ता है हाथियों को नहीं पड़ता है। बताया की आप लोग जब भी जंगल में सूखी लकड़ी, महुआ फूल आदि चुनने जाएं तो समूह में जाएं और आपस में बातें करते रहे अथवा गीत आदि गाते रहें। क्योंकि कोई भी जंगली जानवर मनुष्य के समूह की आवाज सुनकर किनारे हो जाता है। द्विवेदी ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि मनुष्य जितना जानवरों से डरता है उतना ही डर जानवरों को मानव के प्रति होता है। बताया गया कि यदि हाथी खडी फसल अथवा फलदार वृक्ष से फल खा रहे हैं तो उनके साथ छेड़छाड़ न करें उन्हें खाने दें। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दें उसकी छतिपूर्ति वन विभाग के द्वारा की जाएगी। साथ ही समूह में जंगल जाएं तो एक व्यक्ति जानवरों की चौकसी करता रहे और साथ में डंडे आदि लेकर जंगल जाएं। ग्रामीणों को बताया गया कि यदि हाथी खदेड़ता है तो उल्टे दिशा में भागें हो सके तो गड्ढे आदि में छिप जाएं क्योंकि हाथी गड्ढे में नहीं जा सकेगा। जागरूकता अभियान के बाद पुष्पेन्द्र नाथ द्विवेदी पीड़ित यादव परिवार के घर पहुंच कर सांत्वना भी दिए। उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के झुंड के आने के बाद वन विभाग द्वारा बिजली कटवा दी जाती है। जिस पर द्विवेदी ने आश्वासन दिया कि अब ऐसा नहीं होगा। उक्त अभियान में फील्ड क्वडिनेटर पुष्पेन्द्र नाथ द्विवेदी के अलावा सहायक परिक्षेत्र अधिकारी मड़वास मोहन लाल नीरत, श्रीनिवास सेन परिक्षेत्र सहायक पोंडी, देव कुमार पनिका बीट गार्ड लुरघुटी सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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