बालाघाट(ईन्यूज एमपी)-बालाघाट मुख्यालय से लगे दक्षण वन मंडला सामान्य के वनपरिक्षेत्र बजरंग घाट में छह दिसंबर को आवारा श्वानों में जंगल में विचरण कर रहे वन्यप्राणी मादा चीतल व उसके बच्चे पर हमला कर दिया है।इसकी सूचना वन अमले को मिलते ही वन अमले ने दोनों ही वन्यप्राणियों को त्वरित उपचार दिलाकर बचाने का प्रयास किया लेकिन दोनों ही वन्यप्राणियों की मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार शहरीक्षेत्र से लगे वनपरिक्षेत्र बजरंग घाट में बड़ी संख्या में शाकाहारी वन्यप्राणी हिरण, कोठरी व चीतल विचरण करते है। छह दिसंबर की सुबह करीब 5.30 बजे रेलवे फाटक के समीप जंगल में विचरण कर रही करीब दो वर्ष की मादा चीतल व उसके छह माह के बच्चों पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। वहीं सुबह के समय में जंगल में घुमने आने वाले लोगों ने वन अमले को इसकी सूचना दी और मौके पर पहुंचे वन अमले को मौके पर सिर्फ मादा चीतल ही मिल पाया जिसे उठाकर उन्होंने पशु अस्पताल में ले जाकर उसका उपचार करवाया और उसे अपनी देखरेख में रखा लेकिन सुबह करीब 11.30 बजे मादा चीतल की मौत हो गई। आवारा श्वानों के हमले में घायल हुआ एक छह माह का चीतल का बच्चा वन चौकीदार को नर्सरी के पास दिखाइ दिया। जिसकी सूचना उसने वन अमले को दी और मौके पर पहुंचे वन अमले ने बच्चे को बचाने का प्रयास किया लेकिन हमले में गंभीर रुप से घायल हुए बच्चे ने भी दम तोड़ दिया है। जिसके बाद वन अमले ने चांदमारी में लाकर दोनों के शवों को रखा, जहां चिकित्सक की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराकर उनका अंतिम संस्कार किया गया है और मामले को विवेचना में लिया गया है।