इंदौर(ईन्यूज एमपी)--- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की गिनती भारत के सबसे सफल बल्लेबाज में की जाती है। वे टीम के कप्तान के साथ विकेटकीपर भी रहे हैं। विकेटकीपिंग के दौरान उनके द्वारा लिए जाने वाले विकेट्स की काफी तारीफ होती है।एमएस धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में पदार्पण किया था। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पहला एकदिवसीय मुकाबला खेला था। इसके एक साल बाद श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। 2007 में उन्होंने भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया। महेंद्र सिंह धोनी ने बतौर विकेटकीपर एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जिसे अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है।महेंद्र सिंह धोनी ने यह रिकॉर्ड साल 2005 में बनाया था। श्रीलंका के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में उन्होंने 145 गेंदों पर 183 रन जड़े थे। इस दौरान उन्होंने 15 चौके और 10 छक्के लगाए थे। बतौर पर विकेटकीपर वनडे मैच में खेली गई यह अब तक की सबसे बड़ी पारी है। इतना बड़ा स्कोर अब तक कोई भी विकेटकीपर नहीं कर सका है।भारत इस मुकाबले में 299 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा था। एमएस धोनी की इस दमदार पारी की बदौलत टीम इंडिया ने 46.1 ओवर में ही इस लक्ष्य को हासिल कर जीत दर्ज की थी। बाद में कैप्टन कूल की यह पारी उनके क्रिकेट करियर में टर्निंग प्वाइंट साबित हुई।महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने कई मुकाम हासिल किए हैं। भारत ने धोनी की कप्तानी में ही 28 साल बाद 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। वहीं, 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भी भारत धोनी की कप्तानी में हासिल कर चुका है।