वाराणसी(मनोज त्रिपाठी)- आज वाराणसी के जैतपुरा स्थित प्राचीन नागकुंड में सुबह से ही दर्शन पूजन करने के लिये श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। धार्मिक मान्यता के अनुसार नागपंचमी के दिन यहां पर दर्शन पूजन करने से कालसर्प योग का असर न्यूनतम हो जाता है और जीवन में तरक्की के बीच आने वाली सारी बाधा दूर हो जाती है।यहाँ पर आज के दिन कालसर्प योग से बचने के लिए पुरोहितों द्वारा खास तरह की पूजा भी की जाती है । पौराणिक मान्यता के अनुसार यहां पर स्थित नागकुंड के नीचे बने कुआं से ही नागलोक का रास्ता जाता है। कुऐं के अंदर शिवलिंग भी स्थापित है और साल में एक बार नागकुंड व कुआं का सारा पानी निकाल कर शिवलिंग का श्रृंगार कर विशेष पूजा की जाती है। इसके बाद पानी निकालने वाले पंप को बंद कर दिया जाता है, थोड़ी देर में ही कुंआ व नागकुंड दोनों ही पानी भर जाता है।