माँ-पिता थे तब मै पुत्र था उनकी दुनिया की एक अनंत सी बहुरंगी चादर थी ऊपर । अब धूप और बेरंग खुला आकाश ये अजनबी मतलबी नीरस क्षुद्र संसार और मै पिता ।