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Home सीधी दर्पण सीधी-प्रसूता की मौत के बाद आधा दर्जन जिम्मेदारों पर गिरी गाज....

सीधी-प्रसूता की मौत के बाद आधा दर्जन जिम्मेदारों पर गिरी गाज....

सीधी (ईन्यूज एमपी)- जिले के तहसील कुसमी ग्राम बड़वाही की प्रसूता कुशमकली सिंह को दिनांक 04.04.2020 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी से गंभीर अवस्था में रेफर कर जिला चिकित्सालय सीधी में भर्ती किया गया था जहां उनकी रक्त अल्पता के कारण मृत्यु हो गयी थी। उक्त प्रकरण की जिला स्तर पर गहन समीक्षा कर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा स्टाफ नर्स सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी शारदा तिवारी को प्रसूता का परीक्षण चिकित्सक से कराए बगैर जिला चिकित्सालय सीधी के लिए विलम्ब से रेफर करने तथा आशा कार्यकर्ता को रोगी के साथ जाने हेतु सूचित नहीं करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
इसके साथ ही पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण कलेक्टर श्री चौधरी द्वारा खण्ड चिकित्सा अधिकारी कुसमी डॉ. आर.बी. सिंह, वी.सी.एम. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी देवेन्द्र कुमार सिंह एवं वी.पी.एम अरविन्द द्विवेदी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। सात दिवस के अंदर समाधान कारक जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
उक्त प्रकरण में लापरवाही बरतने एवं प्रसूता को निर्देशानुसार आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराने के कारण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. मिश्रा द्वारा ए.एन.एम. उपस्वास्थ्य केन्द्र कोड़ार अनुज्ञा पुषाम को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है तथा ग्राम बड़वाही की आशा कार्यकर्ता विमला पनिका का चिन्हांकन समाप्त किया गया है।
मृत्यु समीक्षा में की गई सख्त कार्यवाही
उल्लेखनीय है कि विगत दिवस अपर मुख्य सचिव के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अप्रैल से जून माह तक जिले में हुई मातृ मृत्यु की समीक्षा गई और दोषियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया। समीक्षा में पाया गया कि कुसुमकली सिंह पत्नी राजू सिंह निवासी ग्राम बड़वाही तहसील कुसमी गर्भावस्था के सातवे माह के दौरान दिनांक 04.04.2020 को गंभीर अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी भर्ती हुई और उनको स्टाफ नर्स के द्वारा जिला चिकित्सालय सीधी रेफर कर दिया गया। जिला चिकित्सालय में विलम्ब से पहुंचने एवं रक्त अल्पता के कारण उसी दिन मृत्यु हो गई। मातृ मृत्यु की समीक्षा में पाया गया कि एमसीपी कार्ड में दिनांक 17.12.2019 को प्रथम ए.एन.सी जांच के समय ब्लड प्रेशर 108/61 हीमोग्लोबिन 8.2 ग्राम था। दूसरी ए.एन.सी. जांच दिनांक 18.02.2020 को ब्लड प्रेशर 105/61 हीमोग्लोबिन 8.4 ग्राम होना पाया गया था। तीसरी ए.एन.सी. जांच दिनांक 17.03.2020 को ब्लड प्रेशर 107/68 हीमोग्लोबिन 9 ग्राम था। प्रसूता के एम.सी.पी. कार्ड से यह परिलक्षित हुआ कि प्रसूता हाई रिस्क गर्भावस्था की श्रेणी में थी। किन्तु समय रहते जांच कर्ता ए.एन.एम. अनुज्ञा पुषाम उप स्वास्थ्य केन्द्र कोड़ार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी द्वारा प्रसूता के हाई रिस्क होने की जानकारी नही दी गई, जिसकी जांच चिकित्सा अधिकारी या स्त्री रोग विशेषज्ञ से नही कराई गई और न ही प्रसूता को उच्च संस्थान को रेफर किया गया। कुसुमकली सिंह का यह पांचवा गर्भ था उक्त ए.एन.एम. द्वारा गर्भावस्था के पूर्व कोई भी परिवार कल्याण के अस्थाई या स्थाई साधन के लिए प्रेरित नहीं किया गया। कलेक्टर श्री चौधरी ने स्पष्ट किया है कि मातृ मृत्यु के प्रकरणों में कोई भी लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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