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सीधी : 50 लाख की परियोजना पर कलेक्टर करेंगें मनन .....

सीधी ( ईन्यूज एमपी) कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने ग्रामपंचायत चंदोही डोल में स्थित उद्यानिकी विभाग की नर्सरी का निरीक्षण किया। उन्होंने नर्सरी के सशक्तिकरण एवं विस्तारीकरण के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री चौधरी ने स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति तथा जिले में उद्यानिकी फ़सलों को बढ़ावा देने के लिए जिले की नर्सरियों को सक्षम बनाने के लिए कहा है। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में उद्यानिकी का महत्वपूर्ण स्थान है। किसानों को जागरुक करने एवं आवश्यक आपूर्ति सुनिश्चित करने में नर्सरी की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसको दृष्टिगत रखते हुए सभी नर्सरियों को आधुनिक रूप में विकसित किया जाए।

इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए.बी. सिंह, उपखण्ड अधिकारी मझौली ए. के. सिंह, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा हिमांशु तिवारी, सहायक संचालक उद्यानिकी के. एस. चंदेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत विजय श्रीवास्तव सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

वृक्षारोपण हेतु वानिकी एवं उद्यानिकी पौधों की उपलब्धता सुगम बनाने एवं नर्सरी को ग्रामीण आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनाने हेतु नर्सरी स्थापना की जानी है। महात्मा गांधी नरेगा के अनुमत कार्यों की सूची में नर्सरी स्थापना कार्य सम्मिलित है। प्रत्येक विकासखंड में न्यूनतम एक नर्सरी की स्थापना किया जाना लक्षित है। नर्सरी स्थापना हेतु लगभग 2 एकड़ उपलब्ध शासकीय भूमि का चयन किया जाएगा। इस शासकीय भूमि का उपयोग मात्र प्रकरणाधीन नर्सरी स्थापना हेतु किया जा सकेगा। चयनित स्थल पर जल का विश्वसनीय स्रोत एवं बिजली की व्यवस्था होना अनिवार्य है। उक्त नर्सरी पर विकसित समस्त अधोसंरचना पर परिसंपत्तियों का स्वामी ग्राम पंचायत का होगा। स्व सहायता समूह को भूमि केवल उपयोग हेतु दी जाएगी, परियोजना की परियोजना अवधि 3 वर्ष एवं तैयार पौधों के अनुमानित संख्या 1 लाख 50 हजार के आधार पर मानक आकलन तैयार किया गया है। परियोजना लागत 50 लाख 34 हजार 408 रुपए हैं। स्व सहायता समूह को सामग्री क्रय करने के लिए वेंडर और नरेगा मजदूरी के लिए नियोजन मान्य किया जाएगा तथा मास्टर रोल स्व सहायता समूह को जारी किए जाएंगे। स्व सहायता समूह अपने सदस्यों एवं उनके पसंद के अन्य जॉब कार्ड धारी मजदूरों को नियोजित कर सकेंगे। नर्सरी स्थापना हेतु स्व सहायता समूह के पात्र सदस्य को मैट के कार्य हेतु प्राथमिकता दी जाएगी। नर्सरी परियोजना से प्राप्त लाभांश का वितरण स्व सहायता समूह एवं ग्राम पंचायत के मध्य 70:30 के अनुपात में किया जाएगा। इस हेतु विधिवत सीए ऑडिट कराया जाकर लाभांश का वितरण किया जाएगा। उक्त के परिपालन में सीधी जिले के पांचों विकास खंडों में नर्सरी स्थल एवं स्व सहायता समूह का चयन किया जाकर एएस/टीएस की पूर्ण कर कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। विकासखंड सीधी अंतर्गत शासकीय नर्सरी ग्राम पड़खुरी नंबर 1 पार्वती स्व सहायता समूह को, विकासखंड मझौली अंतर्गत शासकीय नर्सरी ग्राम चंदोहीडोल जिंदगी सुधारियें स्व सहायता समूह को, विकासखंड कुसमी अंतर्गत शासकीय नर्सरी ग्राम रौहाल गौरी स्व सहायता समूह को, विकासखंड रामपुर नैकिन अंतर्गत शासकीय नर्सरी ग्राम बरदैला लक्ष्मी स्व सहायता समूह को एवं विकासखंड सिहावल अंतर्गत शासकीय नर्सरी ग्राम केशौली राधिका स्व सहायता समूह को चयनित किया गया है।

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