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Home क्राइम रीवा में नाबालिग निकला कातिल:मोबाइल चोरी का आरोप लगाया तो हाथ-पैर बांध की हत्या

रीवा में नाबालिग निकला कातिल:मोबाइल चोरी का आरोप लगाया तो हाथ-पैर बांध की हत्या

रीवा(ईन्यूज एमपी)- जिले की हनुमना पुलिस ने कैलाशपुर हत्याकांड का खुलासा कर दी है। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि नाबालिग कातिल है। जिसने रंजिश के चलते अकेले ही आधी रात वारदात की है। पुलिस के मुताबिक 16 साल के लड़के पर मृतका ने दो साल पहले मोबाइल चोरी का आरोप लगाया। इसी बात से खुन्नस मानते हुए आरोपी बच्चा मौके की तलाश कर रहा था।

30 जनवरी की रात महिला के अकेले होने की जानकारी पर मर्डर का प्लान बनाया। वह पीछे बने पक्के मकान की दीवार चढ़कर कच्चे घर में प्रवेश किया। इसके बाद अंदर सो रही महिला के हाथ-पैर बांध दिए। महिला के चिल्लाने पर मुंह में मोजा व प्लास्टिक डाल दिया। फिर रेप कर प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल हंसिया से हत्या की। इसके बाद जेवर चुरा कर भाग गया।

मऊगंज एएसपी विवेक कुमार लाल ने ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश किया। कहा 1 फरवरी को हत्या की सूचना मिली। मौके पर पहुंची हनुमना पुलिस ने मृतका की शिनाख्त सुकबरिया देवी गुप्ता पत्नी बृज लाल (58) निवासी कैलाशपुर गांव के रूप में की है। महिला का शव निर्माणाधीन मकान में मृत अवस्था मिली। जांच करने पर पता चला कि अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी है। मृतिका के हाथ बंधे है। वहीं मुंह में कपड़ा ठूसा है। ऐसे में हत्या का प्रकरण दर्ज किया। एसपी नवनीत भसीन ने प्रकरण की गंभीरता से लिया।

एएसपी मऊगंज विवेक कुमार लाल सहित मऊगंज एसडीओपी नवीन दुबे, हनुमना थाना प्रभारी शैल यादव व साइबर सेल, फिंगर प्रिंट, डॉग स्‍कावड, एफएसएल टीम के साथ घटना के साक्ष्‍य संकलित किए। शाम को मृतका का शव मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां दो चिकित्कसों की टीम ने देर रात तक पीएम किया। दूसरे दिन शांतिपूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार कराते हुए गांव के संदेहियों को उठाए गए। पहले मृतका के परिजनों 5 संदेहियों के नाम लिए। सभी से पूछताछ की गई। पर कोई नतीजे तक नहीं पहुंचे।

मृतिका के बेटे ने गांव के ही एक नाबालिग पर शंका जाहिर की। बयान में बताया कि दो वर्ष पहले हमारे घर टीवी देखने आया था। उसी समय घर से एक मोबाइल चोरी हो गया। जिसका आरोप घर वालों ने नाबालिग के ऊपर लगाया। तब से आरोपी बालक हमारे परिवार से खुन्नस मानता था। पुलिस को बच्चे वाली कहानी रास आ गई। उसने तुरंत बच्चे को उठाया। फिर 6 घंटे तक कई दौर की पूछताछ की। नाबालिग बच्चा पुलिस को छका रहा था। उसके अंदर कोई डर भय नहीं था। वह वारदात के दिन आगे पीछे घूम रहा था। जिससे पुलिस का हर एक एंगल उसे पता रहे।

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