enewsmp.com
Home कालचक्र जहां हार जाते है यमराज..

जहां हार जाते है यमराज..

कहा जाता है कि महामृत्युजंय मंत्र के जाम से अकाल मृत्यु को टाला जा सकता है और अल्प आयु दीर्घ आयु मे बदल जाती है। महामृत्युंजय मंत्र के जाम सुख सम्पत्ति और धन.धान्य की प्राप्ति होती है। भगवान महामृत्युंजय भगवान का दुनिया का इकलौता मंदिर मध्यप्रदेष के रीवा जिले में अनादिकाल से मौजूद है। रीवा किला परिषर में अनादिकाल से मौजूद दुनिया का इकलौता महामृत्युंजय मंदिर। इस मंदिर की विशेषता यह है कि अन्य शिवलिंगों की बनावट से बिल्कुल भिन्न 1001 छिद्र वाला यह शिवलिंग विश्व के अन्यत्र किसी भी मंदिर में देखने को नही मिलेगा। इस मंदिर मे भगवान शिव के रूप में महामृत्युंजय भगवान की अलौकिक शक्ति वाले सफेद शिवलिंग है। महामृत्युजंय के दर्षन मात्र और मंत्र के जाम से अनेक तरह के कष्टों से छुटकारा मिलता है महामृत्युजंय की शक्ति के आगे यमराज भी हार मान लेते है। महामृत्युजंय भगवान के रूद्राभिषेकए रूद्रयज्ञए भजन पूजन से राजभय विद्रोह महामारी रोग व्याधि और असाध्य रोगो सें छुटकारा मिलता है। इसके कई उदाहरण देखने को मिलते है। भगवान महामृत्युजंय के जाप से सर्व मनोकामना पूरी होती है इसी मान्यता के चलते श्रद्धालु दूर.दूर से महामृत्युंजय भगवान के दर्षन के लिए दौडे चले आते है। एक क्विदंती है कि शिकार के दौरान जब बाधवगढ़ से महाराज रीवा आये तो उन्होने एक चमत्कार देखा। एक शेर हिरण को दौडा रहा था लेकिन जब वह महामृत्युजंय के पास पहंुच तो हिरण शेर पर भारी हो जाती हिरण शेर को दौड लेते। इसके बाद महाराज ने महामृत्युजंय की अद्भुत शक्ति को पहचान लिया और इसी परिसर मे किला बनाने का निर्णय लिया।

Share:

Leave a Comment