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महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान लगी आग, 14 लोग झुलसे, जांच के आदेश...

उज्जैन(ईन्यूज एमपी)- धुलेंडी के अवसर पर उज्‍जैन के महाकाल मं‍दिर में भस्‍मारती के दौरान आग लग गई। इसकी चपेट में पुजारी, पंडे और सेवकों सहित कुल 14 लोग झुलस गए। घटना के दौरान देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थे। कुछ पुजारी गंभीर घायल बताए गए हैं। बाकी लोगों की हालत सामान्‍य बताई गई है। आधा दर्जन से अधिक पुजारियों को उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया था।

तीन पुजारियों को अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। इंदौर के बाद सीएम ने उज्‍जैन पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। मीडिया से चर्चा में उन्‍होंने घटना को दुर्भाग्‍यपूर्ण बताया और कहा कि घायलों के लिए एक लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। घायलों का बेहतर उपचार भी किया जाएगा।

सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि भगवान की कृपा से कोई बड़ी त्रासदी नहीं हुई। एक तरह से यह एक खतरे की घंटी है, हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। मैंने उज्जैन और इंदौर दोनों जगह घायल को देखा है। घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। घायलों का उचित इलाज किया जाएगा और हमने प्रशासन से कहा है कि सभी को 1-1 लाख रुपये की मदद की जाए। हम यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।
पहले सीएम डॉ मोहन यादव ने इंदौर के अरबिंदो हाॅस्पिटल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। उन्‍होंने सत्‍यनारायण सोनी नामक गंभीर घायल के बेहतर उपचार के निर्देश भी दिए। सीएम ने घायलों के उपचार के लिए एक - एक लाख की सहायता देने की घोषणा की। इसक साथ ही इलाज का पूरा खर्च मप्र सरकार उठाएगी ।

इंदौर में मीडिया से सीएम ने कहा कि घटना दुखद है। यहां अस्‍पताल में ही पीएम मोदीजी और राष्‍ट्रपतिजी का फोन आया है। मैंने बताया कि सभी की हालत लगभग ठीक है। डाॅक्‍टरों ने विपरीत हालातों में बेहतर उपचार किया परमात्‍मा ने बड़ी घटना होने से बचा लिया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सभी के उपचार का ध्‍यान रख रहे हैं।उन्‍होंने यह भी कहा कि इस घटना में कोई षड्यंत्र तो नहीं इसकी भी जांच की जाएगी।
होली के कारण श्रृंगार के बाद गर्भगृह और उसके ठीक बाहर गुलाल उड़ाया जा रहा था। इस दौरान आग भभकी। बताया जा रहा है कि स्प्रे से गुलाल उड़ाया जा रहा था। गुलाल में केमिकल होने के कारण आग भभकी। इधर गर्भगृह की दीवार को गुलाल से बचाने के लिए फ्लैक्स, कपड़े भी लगाए गए थे। इससे आग और तेजी से फैली। अग्निशमन यंत्रों से आग पर काबू पाया गया। घटना में सत्यनारायण, चिंतामन, रमेश, अंश, शुभम, विकास, महेश, मनोज, संजय, आनंद, सोनू और राजकुमार नाम के पुजारी और सेवक झुलसे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव महाकाल गर्भगृह में हुई आग की घटना में प्रभावित लोगों से मिलने इंदौर पहुंचे। यहां से वे उज्जैन गए। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। पूर्व सीएम श‍िवराज सिंह चौहान ने भी हादसे पर दुख जताया है। इंदौर कलेक्‍टर आशीष के अनुसार 8 लोगों को इंदौर के अरबिंदो अस्‍पताल लाया गया है सभी की हालत स्थिर है , जरूरत पड़ने पर डाक्‍टरों की संख्‍या बढ़ाई जाएगी। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय उज्‍जैन में घायलों से मिले। विजयवर्गीय के साथ मंत्री तुलसी सिलावट भी सीएम के साथ इंदौर अस्‍पताल में मौजूद रहे।

मीडिया से बातचीत में डॉ मोहन यादव ने कहा था कि पहले वे इंदौर और फ‍िर उज्‍जैन जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि बड़ा हादसा टल गया। कुछ लोग घायल हुए हैं। मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

इस घटना के दौरान सीएम मोहन यादव के बेटे वैभव और बेटी डॉ आकांक्षा यादव भी मंदिर में मौजूद थे। दोनों भस्मारती दर्शन करने गए थे। दोनों सुरक्षित हैं। आग गर्भगृह के साथ ही नंदीहॉल के बाहरी हिस्‍से में लगी।
प्रारंभिक सूचना के अनुसार आग उस समय लगी जब धुलेंडी पर्व मनाने के दौरान रंग और गुलाल उड़ाया जा रहा था। इसी दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे। इस दौरान अचानक आग भभकी और ऊपर लगे फ्लैक्‍स को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि इसका जलता हुआ हिस्‍सा नीचे आ गिरा।
आग की चपेट में आकर पुजारी झुलस गए। वहीं सेवक भी झुलसे हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे।

एक सेवक ने बताया कि आरती के दौरान किसी पुजारी पर गुलाल डाल दिया गया। यह गुलाल दीपक पर गिरा और आग भभक गई। आशंका जताई जा रही है कि केमिकल युक्‍त गुलाल से आग लग गई। मंदिर में रंग और गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को सुरक्षित करने के लिए कुछ फ्लैक्‍स भी लगाए गए हैं। वे भी आग की चपेट में आ गए। आग पर बाद में काबू पा लिया गया।

प्राथमिक जांच में आग लगने के कारण स्प्रे से गुलाल उड़ाना सामने आया है। स्प्रे से उड़े गुलाल में केमिकल था, जो कपूर के संपर्क में आया। इसके बाद आग भभकी। गर्भगृह में चांदी को कपड़े, फ्लैक्स से ढंका गया था। इस कारण आग तेजी से फैली और इससे गर्भगृह में मौजूद पुजारी और सेवक आदि झुलस गए।

भस्म आरती दर्शन के लिए नंदीहाल, गणेश और कार्तिकेय मंडपम् में दो हजार से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे। आग लगने पर अफरा-तफरी की स्थिति बनी। कर्मचारियों ने स्थिति पर काबू पाया। अन्यथा बड़ा हादसा भी हो सकता था।

जिला अस्‍पताल के सिविल सर्जन डॉ पीएन वर्मा के अनुसार 9 घायलों को इंदौर भेजा गया। यहां दो लोग भर्ती हैं। 3 को छुट्टी दे दी गई है। इंदौर रेफर किए गए लोग करीब 20 से 20 प्रतिशत झुलस गए हैं। कोई गंभीर नहीं है।
महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में सोमवार भस्म आरती के दौरान हुई आगजनी की घटना के उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी। कलेक्टर श्री सिंह ने 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अस्‍पताल में जाकर घायलों की कुशलक्षेम जानी।

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