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Home देश-दुनिया आंगनबाडी के बच्चे नहर किनारे पहुंचे.. और घर में आराम फरमाती रही संचालिका।

आंगनबाडी के बच्चे नहर किनारे पहुंचे.. और घर में आराम फरमाती रही संचालिका।


नरसिंहपुर(ईन्यूज एमपी) - आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले मासूम कब नहर किनारे पहुंच गए ये आंगनबाड़ी संचालिका को पता ही नहीं चला। संचालिका को अपनी आंगनबाड़ी में से मदारत् बच्चों की जानकारी भी नहीं लगी। वही बच्चे, गहरी नहर के किनारे खेल रहे थे, पालकों को जब इसकी सूचना मिली तो वे तत्काल ही नहर किनारे घबराए हुए जहां सकुशल बच्चों का खेलता देखकर उन्होने राहत की सांस ली और उन्हे परिजनों ने गले लगाते हुए भगवान का शुक्रिया अदा किया, कि एक बड़ी घटना टल गई।मामला जिला नरसिंहपुर स्थित बरहटा ग्राम का है, जहां आंगनबाड़ी में। 20 मार्च की दोपहर 12.30 बजे के करीब तीनों बच्चों ने बाथरूम जाने की बात की, जिस पर आंगनबाड़ी संचालिका ने उन्हे जाने दिया। लेकिन बच्चे बाहर निकलकर सीधे नहर किनारे पहुंच गए और वहां खेलने लगे। गहरी नहर और उसमें बह रहे पानी के तेज बहाव को देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता है, कि अगर बच्चे उस नहर में उतर जाते तो कितना बड़ा हादसा हो सकता था, वही आंगनबाड़ी संचालिका की लापरवाही के चलते तीन परिवार के घरों के चिराग बुझ जाते।आंगनबाड़ी संचालिका के इस गैरजिम्मेदाराना रवैये से नाराज ग्राम के रहवासियों ने बताया कि आंगनबाड़ी संचालिका अपने घर में ही आंगनबाड़ी का संचालन करती है, उन्होने स्वंय के घर को किराए से संचालन के लिए दे दिया है, जिसके चलते उन्हे भी सुविधा मिल रही है। लोग बताते है, कि नए भवन में सभी सुविधाएं मौजूद हैं, जिसमें बाथरूम भी है और बच्चे बाहर निकल न पाए इसके लिए मुख्य द्वार पर गेट भी मौजूद है, मगर मैडम का कहना है, कि हमारे मन की आंगनबाड़ी नहीं बनी है इसलिए वे अपने घर में ही किराया लेकर संचालन कर रही है।

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