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Home कालचक्र नवरात्रि स्पेशल कालचक्र, पंडित प्रभाकर शास्त्री से

नवरात्रि स्पेशल कालचक्र, पंडित प्रभाकर शास्त्री से

🌹नवदुर्गा रहस्य🌹
1 शैलपु्त्री- मां शैलपुत्री प्रकृति की Сक्रियात्मकТ तथा СभूТ तत्वात्मक दो भावों की संचालिका है। शैल-पुत्री अर्थात् पर्वत की पुत्री। पर्वत भू-तत्वात्मक है। अर्थात स्थूल से उत्पन्न होने वाली गति। Сपृथ्वीТ तत्व की परिचायिका है। स्थूल शरीर रूपा, धारक शक्ति तथा धैर्यवती तथा परम सहशीलता हैं।
2 ब्रह्मचारिणी- Сब्रह्मТ जैसी चर्चा वाली, ब्रह्रमयी СजलТ तत्व को हस्तगत रखने वाली परम तेजोमयी शक्ति है। परम वीर्यमयी, चरित्ररूपा शक्ति पुंज है। वीर्य रक्त से बनता है अर्थात रक्त का रूपांतर है। प्रकृति के Сक्रियात्मक अंगТ तथा जल-तत्वात्मक शक्ति रूपा है।
3 चंद्रघंटा- Сअग्निТ तत्व की तेजोमयी मूर्ति Сमां चंद्रघंटाТ अमृतमयी, स्वब्रह्मामयी रूपिणी है। चंद्र में प्रकाश सूर्य द्वारा प्रकाशित है। चंद्र अर्थात सोमरस प्रदान करने वाली, श्रेष्ठमयी, घण्टा अर्थात Сअग्निТ शब्द ध्वनि का परिचायक है, भगवती का अग्निमय, क्रियात्मक स्वरूप है। घण्टे से Сब्रह्मनादТ व अनहत नाद स्वरूपिणी हैं।
4 कूष्माण्डा- СवायुТ तत्व की वेगमयी शक्ति माँ Сकूष्माण्डाТ गत्यात्मक स्वरूपिणी हैं। Сकूष्माण्डТ अर्थात गति-युक्त, अण्ड, Сवायु उत्पन्न करने वाली माँ संसार में निष्क्रियता, तमस का नाश कर Сचरैवति-चरैवतिТ का संदेश प्रदान करती है। समस्त जगत-चराचर की स्वामिनी माँ की जगत की उत्पत्ति, पोषण व विलय का कारण भूत है।
5 स्कन्दमाता- СआकाशТ तत्व की स्वामिनि माँ स्कन्दमाता स्वामी कार्तिकेय की जननी है। नवदुर्गाओं में बायीं ओर व दायीं ओर चार-चार कन्यायो तथा बीच में स्कन्दमाता प्रतिष्ठित हैं। सभी तत्वों की मूल बिन्दु हैं। एक ओर पृथ्वी, जल, अग्नि व वायु यह चार तत्व है। कुं + मरयति इति कुमार अर्थात कुत्सिज्ञ विचारों का जो त्याग करे वही कुमार है। दूर विचार का काम, क्रोध, लोभ-मोह आदि अहंकार का जो त्याग करे वहीं कुमार है। ऐसा भक्त जब इस स्थिति में स्थित होकर माँ को पुकारता है तब माता तक्षण उसे СकुमारТ की भांति अपनी गोदी में उठा लेती हैं।
जय माता की !!
🌹सुप्रभातम्🌹
⛅ *आज ब्रह्मचारिणी देवी का दर्शन🌹 मु०मुहर्म १हि,सन् १४३९।इस्लामी नववर्षारम्भ।⛅यह पक्ष पूरे15दिन का है। पक्ष के तीन गुरुवार सोना,पीतल,सुत,कपडा़,चावल,शक्कर ,में मन्दी कारक रहेगा। 🌹आज का पंचाँग⛅विक्रम संवत - 2074*
⛅ *शक संवत -1939*
⛅ *अयन - दक्षिणायण*
⛅ *ऋतु - शरद*
⛅ *मास - आश्विन*
⛅ *पक्ष - शुक्ल ⛅दिन शुक्रवार दिनाँक22-09-2017*
⛅ *तिथि-द्वितीया*
⛅ *नक्षत्र-चित्रा*
⛅ *योग-ब्रह्म* *राहुकाल-10:30amसे12:02pmतक ।_*
⛅ *सूर्योदय - 06,:15am*
-⛅ *सूर्यास्त - 06,36pm*
⛅ *चन्द्रास्त-07:30pm🌹दिशाशूल:-पश्चिम दिशा में🌹आवश्यक होने पर यव(जौ) खाकर यात्रा करनी चाहिए। 🌹विशेष:-रवियोग रात्रि01:13 के बाद🌹तारा स्थिति:-गुरु,शुक्र,बुध तारा :-गुरु पूर्व दिशा में उदित।शुक्र पूर्व दिशा में उदित।बुध पूर्व दिशा में उदित।✍सर्वार्थसिद्धयोग:-🌹 भद्रास्थिति,:- 🌹ग्रह स्थिति🌞सूर्य -कन्या राशि🌙चन्द्र कन्या, दिन में 12:40के बाद तुला राशि में,🌏भौम -सिंह राशि में,☄ बुध -कन्या राशि में,🌝गुरु- तुला राशि में,☁शुक्र-सिंह राशि में🌚शनि- वृश्चिक राशि में,🐨राहु -कर्क राशि में, 🌪केतु-मकर राशि में🌹मुहूर्त:-गर्भाधान,पुंसवन,सीमंत,प्रसूतिस्नान,जातकर्म,नामकरण,अन्नप्राशन,व्यापार,देवीप्रतिष्ठा,पूर्व दिशा की यात्रा।✍🏿आचार्य प्रभाकर मिश्र (शास्त्री जी)☎9826888211,9685429985 संपर्क समय- प्रात:07:00amसेे09:00am,सायं:-07:00pmसे09:00pmतक🏠निज निवास देवीधाम (ओवरहा)बम्हनी जिला-सीधी (म०प्र०)*

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