इंदौर(ईन्यूज एमपी)- आप लोगों को काफी तनख्वाह मिलती है। जितनी तनख्वाह लेते हो उसके बराबर वसूली भी नहीं कर पा रहे हो। कम से कम तनख्वाह जितनी वसूली तो करो। क्यों न तुम्हारी जगह कोई मस्टरकर्मी रख दें? वह तुमसे ज्यादा अच्छा काम करके देगा। कुछ अधिकारी एक दिन में एक व्यक्ति की रसीद तक नहीं कटवा पा रहे हैं। यह डूब मरने वाली बात है। आप तीन-तीन लोग मिलकर इतना काम भी नहीं कर पा रहे हो? ये तल्ख बातें सोमवार को निगमायुक्त आशीष सिंह ने नगर निगम राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान सहायक राजस्व अधिकारियों (एआरओ), राजस्व निरीक्षकों और बिल कलेक्टरों को कही। उन्होंने 50 हजार रुपए से ज्यादा के बकायादारों की सूची पर कार्रवाई नहीं करने वाले अफसरों को जमकर लताड़ा। बोले- सात दिन पहले मैंने आप लोगों को 50 हजार रुपए से ज्यादा के बकायादारों से वसूली तेज करने को कहा था और चेतावनी दी थी कि जो अच्छा काम नहीं करेगा, वह सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहे। दो को किया निलंबित निगमायुक्त ने बैठक से बिना सूचना या स्वीकृति के गायब रहने वाले सहायक राजस्व अधिकारी (एआरओ) और काम में लापरवाही करने वाले बिल कलेक्टर को निलंबित कर दिया। निलंबित होने वाले एआरओ जोन-दो के वीरेंद्र शर्मा हैं, जबकि बिल कलेक्टर का नाम शिव थनवार है जो वार्ड 46 में पदस्थ थे। थनवार वार्ड 46 में 43 दिन में केवल 34 करदाताओं से बकाया कर जमा करवा पाए थे। आयुक्त बोले कि यह अत्यंत आपत्तिजनक है और दर्शाता है कि संबंधित बिल कलेक्टर वसूली के प्रयास नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि बिना सूचना और सक्षम स्वीकृति के राजस्व विभाग के अफसर और कर्मी छुट्टी न लें। आयुक्त ने वसूली के अयोग्य खातों को बंद नहीं करने पर जोन-छह के एआरओ मुकेश पटेरिया को फटकार लगाई। बोले कि कोई बिल कलेक्टर काम नहीं कर रहा है तो उसके साथ एआरओ पर भी निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। बिल कलेक्टर काम नहीं करें तो उनका वेतन नहीं निकाला जा सकेगा। आयुक्त ने 1 अप्रैल से 13 मई 2017 और इस साल 13 मई तक के 15 जोन के तुलनात्मक आंकड़े देखकर वसूली कार्य में पीछे रहने पर गहरी नाराजगी जताई। कहा- बकाया वसूली में एआरओ और बिल कलेक्टरों के काम में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। यदि करता है तो मुझे बताएं। आयुक्त ने अग्रिम कर वसूली बढ़ाने के लिए होर्डिंग-फ्लैक्स जैसे प्रचार-प्रसार के पर्याप्त इंतजाम के निर्देश दिए। उपायुक्तों को कहा कि वे अपने-अपने जोन में रोज एक घंटा राजस्व वसूली की समीक्षा करें। अपर आयुक्त देवेंद्रसिंह, उपायुक्त राजस्व अरुण शर्मा समेत कई अफसर मौजूद थे।