भोपाल (ईन्यूज एमपी ) मध्यप्रदेश के 23000 रोजगार संहायकों को नौकरी से कोई निकाल नही सकता इस आशय की प्रतिक्रिया मुख्यृमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को विकास यात्रा के दौरान सीहोर जिले की नसरुल्लागंज में रोजगार सहायकों से कहीं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को विकास यात्रा के दौरान सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील के ग्राम बालागाँव और खात्याखेडी में जन-संवाद कार्यक्रम में शिरकत करने आए हुए थे। आपको बता दें कि प्रदेश में 23000 रोजगार सहायक अपने नियमितीकरण की मांगों को लेकर लगातार सरकार के सामने अपनी बात कह रहे हैं । लेकिन रोजगार सहायकों की मांगे पूरी ना होने की वजह से अब हड़ताल पर चले गए हैं और हड़ताल के जरिए सरकार को विवश करने में लगे हुए हैं। बता दें कि रोजगार सहायकों के हड़ताल करने की वजह से उन्हें जो अतिरिक्त सचिवीय प्रभार प्रभार दिया जाता है वह भी खत्म कर दिया जाएगा यह हम नहीं कह रहे हैं सरकार द्वारा जारी आदेश कह रहा है। लेकिन आदेश जारी होते ही रोजगार सहायकों ने सरकार को फिर से घेर लिया है। पंचायत राज संचालनालय भोपाल ने समस्त जिला पंचायत सीईओ को पत्र के माध्यम से बताया था कि, कई पंचायतों मे रोजगार सहायक सचिव के प्रभार मे है और रोजगार सहायको की चल रही अनिश्चितकालीन हडताल के कारण पंचायत के सभी कार्य प्रभावित हो रहे है, ऐसी स्थिति मे जिन पंचायतों मे रोजगार सहायक सचिवीय प्रभार मे है,वहां निकट की अन्य पंचायत के सचिव को पंचायत का प्रभार सौपा जाये।प्रदेश मे 23000 रोजगार सहायक कार्यरत है ,जिनमे से अधिकांश जगहो पर रोजगार सहायक सचिव के प्रभार पर है, लेकिन नियमितीकरण की मांग को लेकर हडताल पर गये रोजगार सहायको के कारण पंचायत के कार्य अवरुद्ध है जिसे देखते हुये पंचायत राज संचालनालय ने ये पत्र जारी किया है। सरकार के इस फैसले से आहत रोजगार सहायक संघ ने आज मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के नसरुल्लागंज में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के सामने रखी। CM ने रोजगार सहायकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उन्हें नौकरी से कोई नहीं निकाल सकता। बरहाल कुछ भी हो लेकिन चुनावी दौर सामने हैं और सरकार भी कर्मचारियों को खुश करने में जुटी हुई है। लेकिन अब यह देखना होगा कि वास्तविक में सरकार रोजगार सहायकों के नियमितीकरण को लेकर क्या निर्णय लेगी।