विदिशा(ईन्यूज एमपी)- पुरुषोत्तम मास के पावन अवसर पर राजीव नगर स्थित बालाजी एवेन्यू में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा महापुराण का शुभारंभ हुआ। भव्य कलश यात्रा पीपीएम स्कूल के सामने हनुमान मंदिर से कॉलोनी का भ्रमण करती हुई कथा स्थल पहुंची कलश यात्रा में कथा के मुख्ययजमान एवं आयोजक श्रीमती नीलिमाअनुपम जौहरी एवं जौहरी परिवार श्रीमद्भागवत महापुराण को सिर पर धारण करके चल रहा थे एवं सैकड़ों महिलाएं कलश धारण करके चल रही थी कलश यात्रा में आगे युवा ढोल की थाप पर नृत्य करते हुए चल रहे थे। पुरुषोत्तम मास के पावन अवसर पर एवं पूर्वजों की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा अमृत वर्षा के प्रथम दिन कथावाचक गौवत्स पंडित अंकितकृष्ण वटुकजी महाराज ने कहा कि इस कलिकाल में श्रीमद्भागवत जीवो के उद्धार का श्रेष्ठ साधन है। जिसकी रचना स्वयं भगवान नारायण के अवतार महर्षि वेदव्यास ने की। श्रीमद्भागवत महापुराण के महात्म्य की कथा श्रवण कराते हुए गौवत्स पंडित अंकितकृष्ण वटुकजी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत भक्ति,ज्ञान और वैराग्य का संगम है । जिस प्रकार प्रयागराज में संगम में डुबकी लगाने से जीव का कल्याण हो जाता है उसी प्रकार भागवत रूपी संगम में डुबकी लगाकर जीव मोक्ष का अधिकारी हो जाता है। बटुक जी महाराज ने कहा कि भगवान की कृपा सदैव सब पर समानता से बरसती है । लेकिन सुपात्र जीव ही भगवान की कृपा को प्राप्त करता है। बटुक जी महाराज ने कहा कि वर्तमान समय में अनेक धर्म के आयोजन हो रहे हैं लेकिन पवित्रता और पात्रता के अभाव में हम भगवान की कृपा का अनुभव नहीं कर पा रहे। श्रीमद्भागवत महापुराण तो वह ग्रंथ है प्रेतों के निमित्त भी अगर कथा हो जाए तो उन प्रेतों का उद्धार हो जाता है। जिस प्रकार धुंधुकारी नाम के प्रेत के निमित्त गोकर्ण जी महाराज ने श्रीमद् भागवत श्रवण करायी और भगवान के धाम का अधिकारी हुआ उसी प्रकार जगत की मोह को छोड़कर हम भगवान की शरण में बैठकर उनकी कथा श्रवण करें तो हमारा भी यह लोक और परलोक दोनों मंगलमय हो जाएगा। आज कथा में शुकदेव जन्म महाभारत प्रसंग परीक्षित जन्म की कथा को श्रवण कराया जाएगा।इस दौरान कथा के मुख्य यजमान श्रीमती नीलिमा प्रवीण जौहरी अनुपम जौहरी पूर्व जनपद अध्यक्ष छत्रपाल शर्मा धर्माधिकारी बृजराज शास्त्री, प्रांतीयपुजारी महासभा के अध्यक्ष संजय पुरोहित आदि एवं नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कथा का समय प्रतिदिन साईं काल 7:30 बजे से रात्रि 10:30 बजे तक रहेगा आयोजक परिवार ने सभी नगर वासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने की अपील की।