भोपाल(ईन्यूज एमपी)- पुलिस, फॉरेस्ट और होमगार्ड विभाग में भर्ती होकर खाकी पहनने का सपना संजो रहे हजारों युवाओं को इस साल झटका लग सकता है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) के परीक्षा शेड्यूल से इस साल 'खाकी' गायब हो गई है। पीईबी के इतिहास में ऐसा 7 साल बाद हुआ है। इससे पहले 2011 में भी इन विभागों में भर्ती नहीं हुई थी। 7 साल बाद फिर वही स्थिति बन रही है। पुलिस विभाग पिछले कुछ सालों से आरक्षक, हवलदार, एएसआई और सब इंस्पेक्टर पद पर लगातार भर्ती कर रहा है लेकिन इस साल विभाग ने अभी तक पीईबी को भर्ती का कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है । पीईबी ने भी इसे अपने संभावित कार्यक्रम में शामिल नहीं किया है। वहीं अब माना यह जा रहा है कि चुनाव आचार संहिता लगने के बाद भर्ती नहीं होगी इससे पुलिस की तैयारी कर रहे युवा बेरोजगार दुखी हैं। साल में दो बार होती है भर्ती पुलिस विभाग साल में दो बार भर्ती करता है। इनमें पहले स्तर पर सूबेदार, सब इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर की भर्ती की जाती है। वहीं दूसरे चरण में आरक्षक, प्रधान आरक्षक और एएसआई (स्टेनो) की भर्ती होती है। जुलाई से आवेदन भरने की प्रक्रिया शुरू होती है जो मार्च में मेडिकल तक चलती है। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 3 से 4 महीने का समय लगता है। इसी प्रकार वनरक्षक की भर्ती प्रक्रिया भी की जाती है। चुनावी साल में मुश्किल पुलिस भर्ती के लिए हर साल राज्य सरकार कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर पद स्वीकृत करती है। लेकिन इस साल अब तक राज्य सरकार ने भी इन विभागों में नए पद स्वीकृत नहीं किए हैं। पद स्वीकृत होने के बाद विभाग इसका प्रस्ताव बनाकर पीईबी को भेजता है। लेकिन ऐसा इस बार नहीं हुआ है। इस साल मप्र के विधानसभा चुनाव हैं ऐसे में आचार संहिता लगने के बाद 8 से 10 लाख आवेदनों पर भर्ती प्रक्रिया मुश्किल हो जाएगा। फिलहाल 7 परीक्षाएं शेड्यूल में पीईबी द्वारा आगामी दिसंबर तक फिलहाल सात परीक्षाएं ही शेड्यूल में शामिल की गई हैं। इनमें नायब तहसीलदार की विभागीय परीक्षा, ग्रुप-1, ग्रुप-2, ग्रुप-3, ग्रुप-4 और ग्रुप-1 ग्रेजुएट लेवल परीक्षा मुख्य हैं। इसके साथ ही आचार संहिता से पहले जेल प्रहरी की परीक्षा भी संभावित है।