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Home मध्य प्रदेश आत्म निर्भर भारत की मिशाल बनी गनेशिया महीने का उठाती .......?

आत्म निर्भर भारत की मिशाल बनी गनेशिया महीने का उठाती .......?

कोतमा ( ईन्यूज़ एमपी)गनेशिया ने स्व सहायता समूह सेे जुड़कर संवारा अपना भविष्यअनूपपुर 27 दिसम्बर 2020/ ये कहानी है कोतमा विकासखण्ड के ग्राम बसखली की रहने वाली गनेशिया सिंह की, जिन्होंने निरंतर अपनी मेहनत व लगन से राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत अनूपपुर अंर्तगत एकता संकुल संगठन, कोतमा में विगत 7 वर्षों से कार्य करते हुए एक विशेष पहचान बनाई है। गनेशिया सिंह वर्तमान में एकता संकुल संगठन, कोतमा में लेखापाल के पद पर वर्ष 2016 से निरंतर कार्य कर रही हैं। वह संकुल संगठन की समस्त 17 पुस्तकें जैसे- नकद पुस्तक, रोकड़ बही ,ऋण पुस्तक आदि भलीभांति लिख रही हैं।

गनेशिया सिंह वर्ष 2013 से ग्राम बसखली के महिमा स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं। उन्होनें समूह से छोटे एवं बड़े कुल 6 बार में कुल 40000 रुपये की ऋण राशि लेकर दो से तीन गतिविधियां जैसे कृषि कार्य व समय समय पर धान की खरीदी और बिक्री करके तथा उन्नत किस्म के बीज-खाद का उपयोग कर अपने कृषि कार्य में सुधार किया है। इससे उनको काफी फायदा हुआ है। गनेशिया राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन,जिला पंचायत अनूपपुर अंतर्गत मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के तहत प्राप्त 50000 रुपये के ऋण से प्राप्त सिलाई मशीन से सिलाई कार्य भी कर रही हैं।गिरवी पड़ी जमीन को साहूकार से छुड़ाया।

गनेशिया सिंह की जमीन एक स्थानीय साहूकार के पास विगत कई वर्षाें से गिरवी पड़ी थी, जिसके कारण वह एवं उनका परिवार चाहकर भी खेती नहीं कर पा रहा था। वर्ष 2016 में उन्होंने समूह से ऋण लेकर , 30000 रू. की राशि साहूकार को चुकाकर अपनी जमीन को छुड़ाया है, जो कि गनेशिया की आत्मनिर्भरता का एक अच्छा उदाहरण है।

गनेशिया समय समय पर सामुदायिक स्त्रोत व्यक्ति के रूप में भी कार्य करती हैं, जिससे उन्हें मानदेय भी प्राप्त होता है। वर्तमान में गनेशिया सिंह सभी गतिविधियों से कुल मिलाकर प्रतिमाह 10000 से 11000 हजार रू. की आय अर्जित कर रही हैं। गनेशिया व उनका परिवार मिशन से जुड़कर बहुत प्रसन्न हैं।

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