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गड़बड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा: शिवराज

भोपाल (ईन्यूज़ एमपी)मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों व सीनियर अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शासन की वर्ष 2021 की डिजिटल डायरी और डिजिटल कैलेंडर का विमोचन किया।माफिया, मिलावट खोरों को संरक्षण देने वाले अफसरों पर शिवराज की नजर टेढ़ी, कहा- संभल जाएं अफसरों से कहा, जनता के बीच विश्वास बनाएं, उनकी बात सुनें और समस्याएं दूर करें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हर कीमत पर अमन-चैन कायम जरूरी है। यदि कोई गड़बड़ करेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री की यह चेतावनी पिछले दिनों नीमच, उज्जैन और मंदसौर में हईं घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में आई है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं पर अफसरों से चर्चा की। मंत्री ने मंत्रियों और विभाग प्रमुखों के साथ बैठक में कहा कि माफिया और मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान में ढिलाई न की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि माफियाओं को संरक्षण देने वाले अफसर भी संभल जाएं।

मंत्रालय में मंत्रियों और अफसरों की वर्चुअल बैठक शाम साढ़े चार बजे से 7 बजे तक चली। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार को पब्लिक से बेहतर फीडबैक कोई नहीं देता। पब्लिक का प्रतिनिधित्व विधायक और मंत्री करते हैं। इसलिए अफसरों को उनकी लीडरशिप में काम करना है। उन्होंने कहा- यह दुर्भाग्य है कि किसी अफसर को डांट देता हूं, तो जनता ताली बजाती है। ऐसा लगता है कि अफसरों के प्रति कहीं अविश्वास सा है। ये नहीं होना चाहिए। आप जनता के बीच विश्वास बनाएं, उनकी बात सुनें और समस्याएं दूर करें।

मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि अपने विभाग की लंबित परियोजनाओं की मॉनिटरिंग बढ़ाइए। ऐसी योजनाएं जो उपयोगी नहीं है, उनकी सूची बनाएं। सरकारी सेवाओं के लिए विभाग सिंगल विंडो के लिए काम करे और श्रम सुधारों को प्रभावी रूप से लागू करें। अफसर आउट ऑफ बॉक्स जाकर सोचें। सरकारी रोजगार के साथ अन्य विकल्पों पर विचार करें।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने शासन की वर्ष 2021 की डिजिटल डायरी और डिजिटल कैलेंडर का विमोचन किया। बैठक में उपस्थित मंत्रियों अधिकारियों को नव वर्ष की शुभकामना दी

1 - सुशासन : जनता के काम बिना परेशानी के निश्चित सीमा में किए जाएं। वही भी बिना लेन-देन के, यह सुशासन है। इसके लिए टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल हो। राजस्व विभाग इस दिशा में कई फैसले लिए हैं।

2 - महिलाओं का सशक्तिकरण : आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और सुरक्षा की दृष्टि से ताकतवर बनाना है। मां, बहन और बेटी पूरे सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करें। उनके सम्मान की तरफ कोई आंख उठाकर न देख पाए।

3 - आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश : रोजगार उपलब्ध कराना प्राथमिकता। अफसर सरकारी नौकरियों के अलावा रोजगार के अन्य विकल्पों पर भी काम करें। मंत्री अपने-अपने विभाग के अंतर्गत इस दिशा में योजनाएं तैयार करें।

4 - केंद्र में किसान : वर्ष 2020 में विभिन्न योजनाओं के तहत केवल किसानों के खाते में ही 82 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। अब किसानों का दोगुना करने पर फोकस। यानी फसल की लागत कम, मुनाफा ज्यादा। इस कान्सेप्ट पर काम होगा।

5 - गरीबों का कल्याण: मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी खजाने पर पहला हक गरीबों का है। सरकारी योजनाओं का लाभ हर गरीब तक पहुंचे। इस संकल्प के साथ काम करना है। गरीबो का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


बैठक शुरू करने से पहले कोरोना से जंग हारने वाले आईएएस अफसर मसूद अख्तर और सीनियर आईपीएस मोहम्मद अफजल को श्रद्धांजलि दी गई। अख्तर का निधन 1 जनवरी को हुआ है। वे सीधी और छतरपुर के कलेक्टर रहे। इसी तरह, एडीजी रैंक के अफसर मोहम्मद अफजल का निधन पिछले माह उत्तर प्रदेश में हुआ। मंत्रियों और अफसरों ने 1 मिनट का मौन रखकर दोनों अफसरों को श्रद्धांजलि दी।

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