भोपाल(ईन्यूज एमपी)-भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि शहरीकरण के साथ तेज रफ्तार से औद्योगीकरण होने से विकट कानून व्यवस्था और अपराधों का स्वरूप बिगड़ा है। कानून व्यवस्था और प्रशासकीय सुविधा की दृष्टि से देश के 71 से अधिक महानगरों में पुलिस कमिश्नर व्यवस्था आरंभ की जा चुकी है जिसके अनुकूल परिणामों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी मध्यप्रदेश के दो महानगरों में पुलिस व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करते हुए पुलिस कमिश्नर की व्यवस्था आरंभ करने का निश्चय किया है। इससे आशा की जाती है कि अनुकूल नतीजे सामने आयेंगे। लोककल्याणकारी राज्य में कलेक्टोरेट का बहुआयामी दायित्व बढ़ा है। उसके अनुरूप प्रशासन सज्जित हो सकेगा। पुलिस कमिश्नर व्यवस्था आरंभ करने का विचार सरकार का साहसिक कदम होगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा व्यवस्था में कानून व्यवस्था को चुनौती बने तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही में विलंब होता है। जिला बदर जैसे निर्णयों में भी बरसों लग जाते है। अपराधी तत्वों के विरूद्ध विलंब अपराधोन्मुखी लोगों को छूट प्रोत्साहित करती है। पुलिस कमिश्नर व्यवस्था के अधीन कानून व्यवस्था को चुनौती बने तत्वों को जमानत, जिला बदर जैसी कार्यवाही के अधिकार इस व्यवस्था में निहित होने से सामयिक, असरदार कार्यवाही के अवसर बढ़ेंगे। पुलिस अपराधी का प्रोफाइल भलीभांति जानती है। उसके द्वारा ही निर्णय पर विचार करना अधिक परिणामोन्मुखी होगा।