भोपाल(ईन्यूज एमपी)- राजधानी में शुक्रवार सुबह तकरीबन साढ़े सात बजे आतंकियों ने भारत भवन में कब्जा कर लिया। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों को अपने कब्जे में ले लिया और ग्रेनेट से विस्फोट करना शुरू कर दिया। इसकी सूचना राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड एनएसजी कमांडो को मिली तो उन्होंने तत्काल मोर्चा संभाला और प्लानिंग कर भारत भवन को हेलीकाप्टर की मदद से घेर लिया। वहीं आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। हमीदिया में भी हमले की सूचना मिलने पर एनएसजी के कमांडोज पहुंचे और दो घंटे की मशक्कत के बाद आतंकियों को ढेर करते हुए सभी को सुरक्षित निकाल लिया। दरअसल, यह सब एक हिस्सा था एनएसजी की मॉक ड्रिल का, जिसे शुक्रवार को भारत भवन और हमीदिया अस्पताल में बखूबी अंजाम दिया गया। भारत भवन में एनएसजी की मॉक ड्रिल के दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि एनएसजी के कमांडो अद्भुत और अविश्सनीय काम करते है, अब काफी आधुनिकीरण भी हो गया है। इसलिए अब समझ आ रहा है कि देश में आतंकवाद और आतंकवादी क्यों भाग रहे हैं। वहीं अन्य दर्शक इस वारदात का वीडियो बनाने लगे थे। इस दौरान पूरे क्षेत्र में चैकिंग प्वाइंट बनाकर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया था। वहीं मुख्य मार्ग को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया था। सर्च ऑपरेशन के बाद मौके पर मौजूद अधिकारियों ने इसे मॉक ड्रिल बताया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। हमीदिया में 11 मंजिला नई बिल्डिंग पर हेलिकॉप्टर से उतरे कमांडो सुबह करीब साढ़े 8 बजे आतंकवादियों ने हमीदिया अस्पताल को अपने कब्जे में ले लिया। आतंकवादियों ने मरीजों, डाक्टरों को बंधक बनाकर बम-ग्रेनेड से हमीदिया परिसर में विस्फोट करना शुरू कर दिया। हालात बिगड़ते देख एनएसजी कमांडो प्लानिंग के साथ हेलिकॉप्टर से अस्पताल की छत पर उतरे और रस्सी के सहारे नीचे आए। इस तरह धीरे-धीरे उन्होंने परिसर में घुसकर एक-एक कर सभी चार आतंकियों को ढेर कर दिया। इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई। आतंकी और मरीज डमी थे, लेकिन ऑपरेशन किसी असली घटना की तरह ही चलाया गया। इस दौरान अस्पताल में डमी बम से धमाके भी हुए और हेलिकॉप्टर मंडराने के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया। 350 कमांडो कर रहे है मॉक ड्रिल कर्नल राजेश ने बताया कि भोपाल के भारत भवन में सुबह साढ़े सात बजे से आठ बजे के बीच गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में एनएसजी की टीम काउंटर टेरेरिज्म की मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान दिल्ली, कोलकाता और मुंबई के कमांडोज व सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहे। एडीशनल एसपी जोन वन अंकित जायसवाल ने बताया कि करीब 350 से अधिक कमांडो भोपाल में मॉक ड्रिल के लिए आए है। इसके लिए लोकल पुलिस भी उनका सहयोग कर रही है। इस तरह की मॉक ड्रिल अचानक हुए खतरे से निपटने के लिए की जाती है। गुरुवार रात वल्लभ भवन, विधानसभा और आरबीआई में मॉक ड्रिल हुई थी। शुक्रवार को भारत भवन और हमीदिया अस्पताल में मॉक ड्रिल की कार्रवाई को अंजाम दिया गया।