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मन की बात कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी:- आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं

दिल्ली(ईन्यूज़ एमपी)-पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में आस्था को लेकर हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है और आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगा।पीएम ने हरियाणा में हुई हिंसा की ओर इशारा करते हुए कड़े शब्दों में कहा कि किसी भी तरह की हिंसा उन्हें बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने लाल किले से भी कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, चाहे वो सांप्रदायिक आस्था हो, राजनैतिक विचार धाराओं के प्रति आस्था हो, व्यक्ति के प्रति आस्था हो,परम्पराओं के प्रति आस्था हो, आस्था के नाम पर, कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है।

पीएम ने अहिंसा परमो धर्म की याद दिलाई। उन्‍होंने कहा आस्‍था के नाम पर हिंसा को बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा और दोषियों को कानून सजा देगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने स्‍वच्‍छता अभियान, जन धन योजना, राष्‍ट्रीय खेल दिवस, शिक्षक दिवस का भी जिक्र किया।

उन्‍होंने देशवासियों को गणेश चतुर्थी और ओणम के साथ र्इद उल जुहा की शुभकामनाएं देते हुए स्‍वच्‍छता पर भी जोर दिया। आधुनिकता को स्‍वच्‍छता से जोड़ते हुए उन्‍होंने कहा कि इन दिनों पर्यावरण के प्रति सजगता देखा जा सकता है। उन्‍होंने गणेश चतुर्थी में इकोफ्रेंडली गणेश की मूर्तियों की तारीफ की।

स्‍वच्‍छता मिशन के तीन साल पूरे होने की बात कहते हुए उन्‍होंने कहा, शौचालय की प्रतिशतता बढ़ी है। गुजरात के बाढ़ का जिक्र करते हुए उन्‍होंने वहां के बनासकांठा में स्‍वच्‍छता के सद्भाव का उदाहरण दिया। उन्‍होंने बताया कि जमीयत उल उलेमा हिंद ने मंदिर की सफाई की। उन्‍होंने इस साल दो अक्‍टूबर को स्‍वच्‍छता का संकल्‍प लेने की बात कही। उन्‍होंने इस साल दो अक्‍टूबर को स्‍वच्‍छता का संकल्‍प लेने की बात कही। उन्‍होंने देश वासियों से इस साल स्‍वच्‍छ 2 अक्‍टूबर बनाने की अपील करते हुए गांधी जयंती पर देश को चमकाने की बात कही।

उन्‍होंने कहा, मन की बात के इस कार्यक्रम के साथ देश के हर कोने से लाखों लोग जुड़ जाते हैं। मुझे पत्र लिखते हैं, मैसेज भेजते हैं, फोन पर संदेश देते हैं, मैं आपके संदेशों का इंतजार करता हूं क्‍योंकि आपकी बातों से सीखने का मौका मिलता है और आपके इसी योगदान के लिए आभार व्‍यक्‍त करता हूं।

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