भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह मंत्रालय, भोपाल से सभी जिला कलेक्टरों, एसपी, जिला पंचायत सीईओ एवं जिलास्तरीय अधिकारियों की वीडियों कांफ्रेंस ली। वीडियों कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कलेक्टर के अच्छे कार्य करने से पूरा जिला ठीक हो जाता है। वही एक एसपी के अच्छे कार्यों से पूरे जिले की कानून व्यवस्था बेहतर हो जाती है। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि वह प्राथमिकता के आधार पर काम करें। सभी कलेक्टर कार्यों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री तक पहुंचाएं। उनके कार्यों की समीक्षा की जाएगी बेहतर काम करने वाले कलेक्टर को सीएम उत्कृष्टता पुरस्कार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा देवास कलेक्टर आशीष सिंह की अवैध उत्खनन रोकने के लिए सराहना भी की गई। राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा की अविवादित बंटवारा, अविवादित नामांतरण, अविवादित सीमांकन आदि का कार्य 15 नवंबर तक पूर्ण तरह से हो जाना चाहिए। 15 नवंबर के बाद इस तरह के प्रकरण की कोई शिकायत आती है तो कार्यवाही की जाएगी। प्रदेश के कोई भी नागरिक यदि इस तरह का कोई भी प्रकरण ढूंढकर सामने लायेंगे, तो उनको एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। सभी कलेक्टर अपने रेवेन्यू कोर्ट में बैठने का अपना टाइम फिक्स करें। अगली समाधान ऑनलाइन वीसी में सभी विभागों से यह समीक्षा की जाएगी कि उन्होंने कितने अधिकारियों पर जुर्माना किया और कितनों पर नहीं किया। उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि जनसुनवाई को औपचारिक ना बनाएं, आवेदकों से केवल आवेदन लेकर ऑफिस में न रखें, वरन उन आवेदनों पर फौरन निराकरण की कार्यवाही भी करें। जनसुनवाई को जनससमस्याओं के निराकरण का एक प्रभावी उपकरण बनाया जाए। कमिश्नर्स एवं आईजी तथा कलेक्टर्स एवं एसपी की नियमित रूप से अपनी अपनी विभागीय बैठकें आयोजित कर लोगों की समस्याओं का निवारण करें। उन्होंने कहा कि जिलों और संभागों में पदस्थ सारे अधिकारी मिल-जुलकर एक टीम के रूप में कार्य करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वे समय समय पर शांति समिति की बैठक करें। अतिसंवेदनशील व संवेदनशील स्थलों का समय से पूर्व ही भ्रमण कर लें और वहां की व्यवस्था के बारे में कार्ययोजना बना लें। अराजकता फैलाने वालों व गुण्डा तत्वों को चिन्हित कर उनपर पहले से ही प्रभावी वैधानिक कार्यवाही कर ली जाए। भीड़भाड़ एवं संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस सदैव दिखना चाहिए। सिर्फ पुलिस दिखने से ही व्यवस्था में काफी सुधार हो जाता है। गणेश उत्सव के दौरान विसर्जन के समय नदियों के किनारे गोताखोरों की विशेष व्यवस्था रखें। रात में पेट्रोलिग की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें। त्यौहारों के समय वरिष्ठ अधिकारी मुख्यालय छोड़ कर न जाएं और उस समय अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को भी छुट्टी न दें। उन्होंने कहा कि सभी कलेक्टर अपने-अपने जिलों में संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण के लिए विशेष ध्यान दें। दवाइयों की उपलब्धता है या नहीं यह भी सुनिश्चित करें। प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों से अधिक शुल्क लेने जैसी घटनायें या अन्य किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार न हो, इस पर विशेष ध्यान दें। सभी कलेक्टर अपने-अपने जिलों में स्व-सहायता समूहों विशेषकर महिला स्व-सहायता समूहों को और अधिक सशक्त बनायें। सामाजिक परिवर्तन के लिए स्व-सहायता समूह एक बेहद प्रभावी माध्यम है। कृषि आय को दोगुना करने के लिए सभी कलेक्टर रोडमैप तैयार करें, ताकि किसानों की आय अधिक-से-अधिक की जा सके। पीएम आवास, सीएम आवास एवं ग्रामीण आवास मिशन पर विशेष नजर रखें। ग्रामीण आवास मिशन पर पुनर्विचार करें अगर इसमें किसी प्रकार के कदाचार की सूचना मिलें तो फौरन संज्ञान में ले और संबंधितों पर तुरंत कठौर कार्यवाही करें। इस योजना में कदाचार जैसी किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए। पीडीएस सिस्टम में राशन वितरण ठीक तरीके से हो। किसके पास पट्टे हैं और किसके पास पट्टे नहीं है इसका पूरा आंकलन सितंबर माह में कर लें। सितंबर के बाद अगले दो-तीन महीने में अर्थात दिसम्बर तक सभी वंचितों को पट्टे मिल जाना चाहिए। उन्होंने कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग के प्रमुख अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि वे 15 से 30 सितंबर तक सभी जिलों में विकासखंड स्तर पर कैम्प एवं बैठकों का आयोजन करें एवं किसानों को यह बताएं कि रबी सीजन में उनको कौन सी फसल बोना चाहिए, ताकि किसानों में जागरूकता आयें और वे आधुनिक तरीके से खेती-बाडी कर सकें।