अशोकनगर(ईन्यूज़ एमपी)- जिले के ईसागढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कदवाया में 214 लोगों के BPL सूची से नाम कटने के बाद भी पिछले 10 महीनों से उचित मूल्य की दुकान में खाद्यान्न आ रहा है| हैरानी की बात यह है की सूची से नाम काटने का आदेश नायब तहसीलदार ने दिया था जिस वजह से सभी वरिष्ठ अधिकारीयों को इस बात की जानकरी थी लेकिन उचित मूल्य दुकान के विक्रेता तथा अधिकारिओं के मिलीभगत के कारण सूची से नाम हटने के बाबजूद खाद्यान्न आ रहा है| मिली जानकारी के अनुसार शासकीय उचित मूल्य की दुकान कदवाया में प्रति माह 350 क्विंटल अनाज आता रहा है और दुकानदार द्वारा इस खाद्यान्न की कालाबाजारी की जाती रही है| आपको बता दें तहसीलदार के आदेश पर ग्राम पंचायत कदवाया के लगभग 800 अंत्योदय एवं BPL राशन कार्डों में से 214 BPL राशन कार्ड को सूची से हटाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन BPL सूची से नाम तो कट गया लेकिन शासन की तरफ से कटे हुए कार्ड धारियों के नाम का राशन हर महीने शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर आता रहा| जिसपर पिछले माह अधिकारियों द्वारा 214 लोगों के राशन कार्ड के राशन पर रोक लगाई गयी| अब सवाल यह उठता है पिछले 10 माह का राशन जो नियमित रूप से शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर आ रहा था वह राशन कहां गया, और अगर बिक्रेता ने कालाबाजारी की है तो अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है|