नीमच(ईन्यूज़ एमपी): ड्रग माफियाओं पर करारा प्रहार करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी मादक पदार्थों की खेप को नष्ट कर दिया। 78 टन से ज्यादा नशीले पदार्थ, जिनमें एमडी, स्मैक, अल्प्राजोलम, गांजा और भारी मात्रा में डोडाचूरा शामिल थे, को नीमच स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र के बॉयलर में जलाकर नष्ट किया गया। इस कार्रवाई ने नशे के काले कारोबार को तगड़ा झटका देते हुए युवाओं की जिंदगी बर्बाद करने की साजिश पर पानी फेर दिया। इतिहास की सबसे बड़ी खेप का नाश: मादक पदार्थों को भारी सुरक्षा के बीच 250 पुलिसकर्मियों की निगरानी में कंटेनरों के जरिये संयंत्र तक लाया गया। नष्ट किए गए नशीले पदार्थों में शामिल थे: डोडाचूरा: 77,120 किलो गांजा: 152 किलो स्मैक: 2 किलो 256 ग्राम एमडी: 1 किलो 718 ग्राम इसके अलावा, 89 किलो अफीम को ओपियम एंड अल्कलॉयड प्लांट में जमा कराया गया। यह अब तक की सबसे बड़ी जब्त खेप थी, जिसे पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों के अनुसार नष्ट किया गया। भारीभरकम सुरक्षा और मॉनिटरिंग: इस ऐतिहासिक नष्टीकरण अभियान की मॉनिटरिंग खुद उज्जैन जोन के आईजी उमेश जोगा और रतलाम रेंज डीआईजी मनोजकुमार सिंह ने की। इनके साथ उज्जैन डीआईजी नवनीत भसीन, नीमच एसपी अंकित जायसवाल, मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद, शाजापुर एसपी यशपाल सिंह राजपूत, और देवास एसपी पुनीत गहलोत भी मौजूद रहे। वहीं इस ऑपरेशन ने यह स्पष्ट कर दिया कि ड्रग माफियाओं पर कड़ा शिकंजा कसने में पुलिस और सरकार कोई कोताही नहीं बरत रही। यह कदम न केवल तस्करों को चेतावनी है, बल्कि समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा संदेश है। बतादें कि राज्य सरकार और केंद्र के संयुक्त प्रयासों से मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। यह कार्रवाई युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने और माफियाओं की कमर तोड़ने का सबसे बड़ा उदाहरण बनी है।