सिंगरौली (ईन्यूज़ एमपी): लोकायुक्त पुलिस रीवा ने आज एक और भ्रष्टाचार के गढ़ में सेंध लगाते हुए देवसर तहसील कार्यालय में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर प्रेमलाल सिंह को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। आरोपी से 2,000 रुपए की घूस बरामद की गई है। कार्रवाई से तहसील परिसर में अफरा-तफरी मच गई और हड़कंप का माहौल बन गया। शिकायतकर्ता कमल प्रसाद मिश्रा, निवासी ग्राम कटौली, तहसील देवसर ने 30 जुलाई 2025 को लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी कि तहसीलदार कार्यालय देवसर में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर प्रेमलाल सिंह द्वारा उनकी सहखाते की जमीन के बंटवारा आदेश हेतु ₹4,000 की रिश्वत मांगी गई है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त रीवा के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाटीदार के निर्देश पर सत्यापन कार्रवाई की गई। इस दौरान आरोपी ने शिकायतकर्ता से 2,000 रुपए रिश्वत की पहली किस्त स्वीकार कर ली। बता दें कि आज दोपहर में लोकायुक्त निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया एवं निरीक्षक उपेंद्र दुबे की टीम ने जाल बिछाया और देवसर तहसील परिसर में ही प्रेमलाल सिंह को 2,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपी के पास से नगद रिश्वत राशि भी जब्त कर ली गई है। कागज़ों में आदेश और जेब में रिश्वत – सरकारी व्यवस्था पर फिर सवाल: इस घटना ने एक बार फिर न्यायिक व्यवस्था और प्रशासनिक ईमानदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की बात करती है, वहीं तहसीलों में आम जनता को फाइलें चलवाने के लिए घूस देनी पड़ रही है। लोकायुक्त की कार्रवाई से हड़कंप – आगे की जांच जारी: फिलहाल लोकायुक्त टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसे थाने लाकर आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इस कार्रवाई से जिलेभर के भ्रष्ट अफसरों और कर्मचारियों में दहशत का माहौल है।