नई दिल्ली/सीधी (ईन्यूज़ एमपी): संसद के चालू सत्र के दौरान सीधी संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने बुधवार को दिल्ली में कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर अपने क्षेत्र की जनसमस्याओं और लंबित विकास कार्यों पर सारगर्भित चर्चा की। इन मुलाकातों के ज़रिए सीधी-सिंगरौली को बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने की दिशा में कई नए प्रस्तावों पर मंत्रियों ने हामी भरी है। ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से RDSS के पुनः सर्वे पर चर्चा: सांसद ने संसदीय क्षेत्र में RDSS योजना के तहत छूटे हुए गाँवों को बिजली कनेक्शन से जोड़ने हेतु पुनः सर्वे कराने की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से अनुरोध किया कि कई गांवों में अभी भी ट्रांसफार्मर व लाइन विस्तार अधूरा है, ऐसे में दोबारा सर्वे कर वास्तविक जरूरतों को जोड़ा जाए। सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार से दिव्यांग हितों पर चर्चा: दिव्यांगजनों की पहचान व कृत्रिम अंग वितरण शिविर आयोजित कराने को लेकर सांसद ने केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार से विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि सीधी-सिंगरौली जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में दिव्यांगजनों की संख्या अधिक है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण वे उपेक्षित हैं। नागर विमानन मंत्री से हवाई सेवाओं पर हुई ठोस बातचीत: सिंगरौली हवाई अड्डे से वाराणसी, दिल्ली, इंदौर और भोपाल जैसे प्रमुख शहरों के लिए नियमित उड़ानें शुरू करने को लेकर नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू से विस्तार से चर्चा हुई। सांसद ने बताया कि कोयला, ऊर्जा और औद्योगिक गतिविधियों के चलते सिंगरौली एक उभरता हुआ क्षेत्र है, ऐसे में हवाई सेवा की शुरुआत से निवेश व रोजगार को गति मिलेगी। संचार मंत्री से पासपोर्ट सेवा केंद्र व नेटवर्क विस्तार पर बैठक: सांसद डॉ. मिश्रा ने संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से सीधी में पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्थापना हेतु भवन आवंटन की मांग की, साथ ही संसदीय क्षेत्र के दूरस्थ गांवों में नेटवर्क कनेक्टिविटी सुधारने की बात भी रखी। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के युग में नेटवर्क विहीन गांव, विकास से कटे हुए हैं। संसदीय समिति की बैठक में भी रहे शामिल: इसी दौरान सांसद संसद भवन एनेक्सी में आयोजित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संबंधी स्थायी समिति की बैठक में शामिल हुए, जहां उन्होंने आदिवासी और पिछड़े अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए सुधारात्मक सुझाव रखे।