गांधी जयंती पर 12 कैदियों की सजा हुई माफ,जेल से मिली रिहाई रीवा-गांधी जयंती के अवसर पर रीवा सेंट्रल जेल से शासन के निर्देशानुसार 12 ऐसे बंदियों को माफी देकर रिहा किया गया जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। यह कदम महात्मा गांधी के अहिंसा, सुधार और पुनर्वास के सिद्धांतों का सम्मान करने के उद्देश्य से उठाया गया है। जेल अधीक्षक एसके उपाध्याय ने बताया कि रिहाई की औपचारिकताएँ पूरी की गईं और रिहा किए गए बंदी अपने-अपने परिवारों के पास लौट गए। उन्होंने कहा कि रिहाई से पहले सभी बंदियों की पृष्ठभूमि, जेल में उनके व्यवहार और सुधार की प्रगति का गहन मूल्यांकन किया गया। यह निर्णय जेल प्रशासन तथा राज्य सरकार की समीक्षा समिति द्वारा विस्तृत जांच के बाद लिया गया। रिहा किए गए 12 बंदियों में विभिन्न जिलों के लोग शामिल हैं — सीधी के 2, शहडोल के 4, सिंगरौली के 2, अनूपपुर के 3 तथा उमरिया के 1 बंदी। जेल अधीक्षक ने यह भी बताया कि माफी देने की प्रक्रिया शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही संचालित की गई। जेल प्रशासन ने कहा कि इस प्रकार की रिहाई समाज में पुनर्वहन (रीइंटीग्रेशन) और सुधार की भावना को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ गांधी विचारों का व्यवहारिक अनुपालन भी है। रिहा किए गए बंदियों के पुनर्वास हेतु संबंधित जिलों के समाज कल्याण तथा स्थानीय प्रशासन को सूचित कर आवश्यक सहायता एवं निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।