सीधी (ईन्यूज़ एमपी): सीधी जिले का सिहावल शासकीय महाविद्यालय अचानक चर्चा में है, लेकिन पढ़ाई-लिखाई या शोध कार्य को लेकर नहीं… बल्कि स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित मुर्गा पार्टी को लेकर! कॉलेज भवन के भीतर, राष्ट्रीय पर्व की गरिमामयी घड़ियों के बीच हुई इस पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जैसे ही यह मामला प्रशासन की नज़र में आया, हड़कंप मच गया। अपर कलेक्टर ने कॉलेज प्राचार्य डॉ. लाल बहादुर सिंह को कारण बताओ सूचना पत्र थमाते हुए तीन दिन में जवाब मांगा है। आदेश साफ़ है — "पदीय दायित्वों का ऐसा मज़ाक म.प्र. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के तहत कदाचरण है। औचित्यपूर्ण जवाब दो, वरना अनुशासनात्मक कार्यवाही पक्की है।" वीडियो में जो कुछ दिखा, उसने शिक्षा के मंदिर की मर्यादा को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया। स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर जब कॉलेजों में तिरंगे की शपथ और राष्ट्रभक्ति के गीत गूंजने चाहिए थे, वहां मुर्गा और बोतल के जश्न का माहौल देखने को मिला। लोगों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही सुर्खियों में आई हो, लेकिन राष्ट्रीय पर्व पर इस तरह की हरकत ने प्रशासन को सख्ती बरतने पर मजबूर कर दिया। अपर कलेक्टर का नोटिस साफ कहता है — यदि प्राचार्य ने 3 दिन में संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यानी “मुर्गा पार्टी” का मज़ा प्राचार्य को भारी पड़ सकता है।