आचार्य रामाधार चतुर्वेदी का सप्त दिवसीय जन्म महोत्सव संपन्न सीधी/देवसर। शक्ति सदन गुरु निलयम् खडौरा देवसर में आचार्य रामाधार चतुर्वेदी का सप्त दिवसीय 99वां जन्म महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धाभाव के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री शतचंडी यज्ञ से हुआ, जिसके पश्चात विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजनों की श्रृंखला संपन्न हुई। सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने किया वृक्षारोपण 13 सितंबर को महोत्सव के अवसर पर सांसद सीधी डॉ. राजेश मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में शक्ति सदन पहुंचे। उन्होंने परिसर में पारिजात का वृक्ष लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और देव मूर्तियों का पूजन-अर्चन किया। तत्पश्चात सीएम राइस स्कूल देवसर में भव्य विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। भव्य विचार गोष्ठी और संस्मरण गोष्ठी में सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने गुरुदेव के आशीर्वाद से जुड़े संस्मरण साझा किए। डॉ. एच.पी. सिंह (रीवा) ने गुरुदेव के जीवन की विलक्षणताओं और आचार्य रामाधार सेवा संघ के तीन दशक के कार्यों का उल्लेख किया। विभाग संघचालक पुष्पराज सिंह ने आचार्य श्री के आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला, जबकि दुर्गा प्रसाद चतुर्वेदी और श्रीनिवास द्विवेदी बादल ने गुरुदेव के जीवन दर्शन और उनके सानिध्य में मिले अनुभवों को साझा किया। गोल्ड मेडल से सम्मानित छात्र-छात्राएँ आचार्य रामाधार सेवा संघ द्वारा परंपरानुसार इस वर्ष भी 10वीं और 12वीं कक्षा में विभिन्न विद्यालयों से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को "आचार्य रामाधार गोल्ड मेडल" प्रदान किया गया। यह परंपरा विगत एक दशक से निरंतर जारी है। निशुल्क स्वास्थ्य शिविर 14 सितंबर को कमला भारती विद्यापीठ परिसर में विशाल निशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित हुआ। नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत के विशेषज्ञ चिकित्सकों और संभाग के अन्य डॉक्टरों की उपस्थिति में 475 मरीजों की जांच कर नि:शुल्क दवाएं वितरित की गईं। गंभीर मरीजों के लिए आगे उपचार और ऑपरेशन की निःशुल्क व्यवस्था सुनिश्चित की गई। सहभोज और विशाल जनसमूह की उपस्थिति महोत्सव के समापन अवसर पर सहभोज का आयोजन हुआ, जिसमें देशभर से आए भक्तों, क्षेत्रीय श्रद्धालुओं, शिष्यों और गुरुदेव के परिजनों ने सहभागिता की। गुरुदेव की परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प आचार्य रामाधार चतुर्वेदी को आध्यात्मिक धरातल का शिखर पुरुष बताते हुए श्रद्धालुओं ने कहा कि उन्होंने सदैव शिव भाव से जीव सेवा, शिक्षा और स्वास्थ्य के उत्थान पर बल दिया। उनकी इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आचार्य रामाधार सेवा संघ ने निर्णय लिया है कि जन्म शताब्दी वर्ष 2026-27 को भव्य और दिव्य स्वरूप में सेवा प्रकल्पों के माध्यम से मनाया जाएगा। प्रमुख अतिथि और गणमान्य की उपस्थिति समापन कार्यक्रम में डॉ. एच.पी. सिंह (रीवा), पुष्पराज सिंह (सीधी), डॉ. आर.पी. सिंह (एडिशनल डायरेक्टर, हायर एजुकेशन, रीवा-शहडोल संभाग), सेवा संघ अध्यक्ष तुलसीदास चतुर्वेदी, सीताशरण चतुर्वेदी, श्रीनिवास द्विवेदी बादल, शशिकांत शुक्ला (सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक, रीवा), प्रो. रामस्वरूप त्र्यंबक चतुर्वेदी, विनोद मिश्रा (पार्षद, सीधी), संत कुमार चतुर्वेदी, नागेंद्र सिंह, अंशुमान सिंह सहित देशभर से आए अनेक श्रद्धालु, अनुयायी और परिजन उपस्थित रहे।